भारत देश पुरुष हॉकी विश्वकप की मेजबानी के लिए पूरी तरह से तैयार है. हॉकी विश्वकप ट्रॉफी को आज आईएनएस मोरमुगाओ युद्धपोत पर प्रदर्शित किया गया. युद्धपोत मुरमोगाओ को 48 घंटे पहले ही नौसेना में शामिल किया गया है, युद्धपोत पर विश्वकप ट्रॉफी के प्रदर्शनी कर भारत ने दुनिया को संदेश किया है कि खेल का मैदान हो या जंग का मैदान हो भारत हर क्षेत्र में बाजी मार सकता है.
मोरमुगाओ युद्धपोत पर हॉकी विश्वकप ट्रॉफी का अनावरण
हॉकी विश्वकप का आयोजन बता दें उड़ीसा में 13 जनवरी से 29 जनवरी तक आयोजित किया जाएगा. जिसकी मेजबानी उड़ीसा के भुवनेश्वर और राउरकेला शहर क्र्नेगे. देशभर में इस टूर्नामेंट के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए हॉकी विश्वकप की ट्रॉफी वर्तमान में भारत के अलग-अलग जगहों में प्रदर्शित किया जा रहा है.
इस दौरान हॉकी के पूर्व खिलाड़ी एम सोमैया, अड्रियेन डिसूजा, धनंजय महाडिक और नौसेना पश्चिम कमान प्रमुख अजेन्द्र बहादुर सिंह सहित नेवी के वरिष्ठ अधिकारी मोजूद थे. भारतीय पश्चिमी नौसेना कमान के प्रमुख अजेन्द्र बहादुर सिंह ने टीम इंडिया के खिलाड़ियों को संदेश दिया कि वो पूरे जोश और जुनून के साथ विश्वकप खेलें और अपने देश का नाम रोशन करें.
बता दें इस विश्वकप में 16 टीमें हिस्सा ले रही है और इन टीमों को चार समूहों में बांटा गया है. भारत के समूह में इंग्लैंड, वेल्स और स्पेन भी शामिल है. साल 1975 में भारत ने एक बार ही विश्वकप जीता हिया. 48 बाद भारत से बहुत उम्मीद है कि वह इस विश्वकप में खिताब जीतकर इतिहास दोहराएगा.
भारतीय टीम विश्वकप के लिया काफी तैयारी कर रही है. और दिन-रात एक करके मैदान में पसीना बहा रही है. टीम से सभी को काफी उम्मीद है कि वह इस बार का विश्वकप जरुर जीते और यह ख़िताब लाए. वहीं उड़ीसा के दोनों स्टेडियम भी विश्वकप की मेजबानी करने के लिए तैयार है. उड़ीसा के भुवनेश्वर और राउरकेला में हॉकी के मैच होंगे.