मोहम्मद सलाह के गोल ने दी मंचेस्टर सिटी को उनके सीजन की पेहली हार। एक तरफ है हालंड जिन्होंने 5 मैच मे 9 गोल किए है और एक तरफ है सलाह जिन्होंने ज्यादा गोल नही किए है पर आखरी मे जीत मोहम्मद सलाह की ही हुई।
सलाह का जादू
पिछले मैच की हट्रिक् रेंजर के खिलाफ सलाह को बहुत ही लाभदायक सिद्ध हुई जिस प्रकार उन्होंने आज का खेल दिखाया। दोनो टीमो को मौके तो बहुत मिले पर इसका किसीको ज्यादा फायदा उठाने का मौका नही मिला। पर आखरी शनो मे सलाह को मौका मिल ही गया उन्होंने दो डिफ़ेंडर के बीच से गोल का सही अवसर ढुंढ ही लिया।
इस बीच, हैलैंड दूसरे छोर पर लड़खड़ा गए थे, लिवरपूल वो दूसरी टीम है जिन्होंने उन्हे स्कोर करने से रोका है।ऐसा लग रहा था कि एनफील्ड के अंदर हर कोई नेट के उभार का इंतजार कर रहा था, जब वह पहले हाफ में केविन डी ब्रुने के विकर्ण क्रॉस से दूर की चौकी पर मिले, लेकिन उनका हेडर सीधे एलिसन की बाहों में चला गए।
हालंड के लिए बुला देने वाला मुकाबला
हालंड के पास भी इस मैच मे कही अवसर आए थे, पर या तो उन्हे बचा लिया जाता था या कभी रेफरी का पलटवार हो जाता था। कभी VAR की वजह से उन्हे परेशानी झेलनी पड़ती थी।
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प्री-मैच चर्चा इस बात पर केंद्रित थी कि लिवरपूल हालैंड को कैसे रोकेगा। लेकिन जरूरत पड़ने पर यह याद दिलाना था कि फॉर्म में चल रहे सलाह को रोकना भी उतना ही मुश्किल काम है। इसे तकदीर कहे या लक पर हर बार आपका दिन अच्छा हो ऐसा कहा नही जा सकता हैं। फुटबॉल मे पर आपको थोड़ा लक होना भी जरूरी होना चाहिए ऐसा विशेषज्यो का मानना है।
क्यूँकि आप चाहे कितने भी बड़े खिलाडी हो समय आपके साथ हो तो खेल मे आपका असर और ज्यादा दिखने लगता है।