मनीषा कल्याण युएफा चैम्पियंस: युएफा महिला चैम्पियंस लीग खेलने वाली पहली भारतीय युवा स्ट्राइकर मनीषा कल्याण बनी हैं। इससे पहले आज तक किसी भी भारतीय महिला फुटबॉलर ने इस लीग में नहीं खेला था। उन्होंने यूरोपीय क्लब टूर्नामेंट में अपोलो लेडीज एफसी की तरफ से अपना पहला मैच खेला है। मनीषा कल्याण को 60 मिनट बाद मैदान में एंट्री मिली जब मेरिलेना जार्जियू मैदान से बाहर गई। इस मैच में अपोलो लेडीज एफसी ने लाटविया के शीर्ष क्लब एसएफके रीगा को 3-0 से हराकर मैच अपने नाम किया।
विदेशी क्लब से करार करने वाली चौथी भारतीय महिला
मनीषा कल्याण युएफा चैम्पियंस: मनीषा कल्याण चौथी भारतीय महिला हैं जिन्होंने किसी विदेशी फुटबॉल क्लब में एंट्री की है। उन्होंने भारत में अपनी घरेलू टीम गोकुलम केरल और अपनी राष्ट्रीय टीम के लिए बेहतरीन प्रदर्शन किया था। उनके अच्छे प्रर्दशन को देखते हुए अपोलो लेडीज एफसी ने अपनी टीम में जगह दी हैं। मनीषा कल्याण को 2021-2022 के लिए एआईएफएफ की सर्वश्रेष्ठ महिला फुटबॉलर के तौर पर भी चुना गया था।
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भारतीय फुटबॉलर कल्याण ने ब्राजील में ब्राजील के ही खिलाफ़ एक अंतरराष्ट्रीय दोस्ताना मैच में गोल करके सुर्खियां में आ गई थी। 20 वर्षीय मनीषा कल्याण ब्राजील के ख़िलाफ़ गोल करने के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई थी, उसके बाद जो उन्होंने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
बहुत ही कम मौके होते हैं जब कोई भारतीय फुटबॉलर किसी विदेशी लीग में जाकर खेले और अच्छा प्रदर्शन करें। हमने आपको पहले भी बताया मनीषा चौथी ऐसी भारतीय महिला फुटबॉलर है उन्होंने किसी विदेशी लीग में खेलने के लिए किसी टीम से करार किया है। मनीषा के अच्छे प्रदर्शन की बदौलत ही हो पाया है। अगर वह अच्छा प्रदर्शन करती तो युएफा महिला चैम्पियंस लीग में उनके लिए जगह बना पाना बड़ा मुश्किल था।