30 अगस्त 2022 को 92 वर्ष की आयु में सोवियत सोशलिस्ट रिपब्लिक के संघ के अंतिम राष्ट्रपति
और नोबेल प्राइज़ के विजेता मिखाइल गोर्बाचेव का मॉस्को में निधन हो गया था , उन्हें संयुक्त राज्य
अमेरिका के साथ चल रहे cold war को समाप्त करने का श्रेय दिया जाता है , उन्होंने अपने समय के
US president Ronald Reagan के साथ एक ऐतिहासिक परमाणु हथियार समझौते पर बातचीत की थी |
गोर्बाचेव को दूसरे विश्व युद्ध के दिनों से ही शतरंज काफी पसंद था
वो शतरंज के खेल को कठिन परिसतिथियों का हाल करने जैसा समझते थे और वो इसी तरह से सबको
प्रोत्साहित भी करते थे , एक ईवेंट के दौरान उन्होंने सात बार वर्ल्ड चैम्पीयन बन चुके अनातोली कार्पोव के
लिए उनकी गेम में पहला मूव चला था | एक इंटरव्यू के दौरान गोर्बाचेव ने बताया था की
“मैं और मेरे दो दोस्त Fyodor Reshchenko और Viktor Legkich जब दूसरे विश्व युद्ध के दौरान
Privolnoye गाँव में थे तब हम शतरंज खेला करते थे , Viktor को शतरंज खेलना काफी अच्छी तरह
आता था , सबसे पहले हमने लकड़ी को ढूंढ कर शतरंज के टुकड़े बनाए थे और फिर Viktor ने हमें शतरंज
के नियमों के बारे में बताया उसके बाद हमने शतरंज खेलना शुरू किया” |
उन्होंने आगे बताया की “हम हमेशा कही छुप जाते थे और फिर लगातार शतरंज खेला करते थे और हमने
ऐसा काफी समय के लिए किया तकरीबन पाँच साल , मैंने युद्ध खत्म होने के बाद भी शतरंज खेला पर
जब मैं यूनिवर्सिटी जाने लगा तब पढ़ाई ने मेरा सारा समय ले लिया तब मैंने शतरंज खेलना छोड़ दिया था” |
बता दे कुछ समय बाद Gorbachev USSR लीडर बन गए थे और उन्होंने उस दौरान कई महत्वपूर्ण
फैसले भी लिए , साल 2005 तक उनका शतरंज के प्रति प्यार लोगों को भी दिखने लगा जब 29 अक्टूबर 2005
में वो अपने मित्र और FIDE के president Kirsan Ilyumzhinov ये साथ Lindsborg में घूमे और शांति
के लिए खेले जाने वाले शतरंज का उद्घाटन किया और उस ईवेंट में विश्वभर से कई players एक दूसरे से
शतरंज का मुकाबला करने भी आए |
ये भी पढ़े:-https://thechesskings.com/historic-games-of-chess/