भारतीय महिला हॉकी टीम की कोच जेनेके शोपमैन यहाँ ध्यानचंद हॉकी स्टेडियम में 36 वें राष्ट्रीय खेलों में ग्रुप स्टेज एक्शन देखने के लिए दर्शकों के साथ मैच का मजा ले रही हैं. पूर्व डच मिडफील्डर भारतीय खेमे के लिए नए चेहरों का चयन करने के लिए यहाँ पर मैच का आनंद भी ले रही है और उनकी परफॉरमेंस भी देख रहे है. उनका मानना है कि राष्ट्रीय खेलों का आयोजन इस समय होना राष्ट्रीय महिला हॉकी टीम के लिए बहुत अच्छा रहेगा.
जेनेके शोपमैन ने राष्ट्रीय खेलों को बताया लाभकारी
जेनेके शोपमैन ने कहा कि, ‘राष्ट्रीय खेलों के लिए इस 36वें सीजन से बेहतर समय नहीं हो सकता था जो खिलाड़ियों को अन्तर्राष्ट्रीय जुड़ाव के लिए तैयार करने में सक्षम बनाता है.’ भारतीय महिला हॉकी टीम टोक्यो ओलम्पिक में चौथे स्थान पर रहने के बाद पुनर्निर्माण के चरण में है और कोच उन खिलाड़ियों के पूल विस्तार करने के लिए उत्सुक है जो टीम बना सकते हैं.
टीम की कोच जेनेके ने कहा कि, ‘भारत में बहुत बड़ी प्रतिभा है और इस तरह के टूर्नामेंट से उनके सामने आने का रास्ता खुल जाएगा. इसके अलावा मैं यहां विशेष रूप से हरियाणा टीम को देखने आई हूँ और क्योंकि यहा दस भारतीय खिलाड़ी भी खेल रहे है उन्हें चीयर करने के दृष्टि से भी यहाँ आई हूँ.’
उन्होंने आगे कहा कि, ‘मैं बहर्तीय खिलाड़ियों को एक-दूसरे खिलाफ खेलते हुए देखना पसंद करता है. मुझे उनमें से कुछ के लिए खेद है जजों यहाँ नहीं है क्योंकि उनके राज्य ने कटौती नहीं की है.’ कोच ने कहा कि अब उसकी नजर अगले महीन स्पेन में होने वाली FIH नेशन लीग पर है.
जेनेके शोपमैन ने जोर देकर कहा कि घरेलू टूर्नामेंट जिसमें आने वाले और आने वाले खिलाड़ियों को अन्तर्राष्ट्रीय सितारों के लिए खिलाफ खेलने का मौका मिलता है प्रतिभा पूल का विस्तार करने के लिए महत्वपूर्ण थे.
उन्होंने आगे कहा कि, ‘इस तरह के घरेलू आयोजनों में भाग लेने के लिए शिविर से अन्तर्राष्ट्रीय लोगों को देखकर बहुत अच्छा लग रहा है. घरेलू कैलेंडर कसी भी राष्ट्रीय पक्ष के लिए जरूरी है. और यह अन्य खिलाड़ियों के लिए राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने के लिए एक रास्ता बनता है.’