गुरुवार को इंग्लैंड की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (महारानी एलिजाबेथ II ) का निधन हो गया। महारानी एलिजाबेथ
द्वितीय ने 96 वर्ष की उम्र में स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कैसल में आखिरी सांस ली।
यूनाईटेड किंगडम की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (महारानी एलिजाबेथ II ) की मौत के बाद बड़े-बड़े देशों के
नेताओं ने शोक व्यक्त किया। महारानी के निधन से पूरी दुनिया में शोक पसरा हुआ है। महारानी एलिजाबेथ ॉ
द्वितीय ने 70 सालों तक यूनाइटेड किंगडम की महारानी रानी। यानी उन्होंने 70 सालों तक शासन किया। 1952
में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को यूनाइटेड किंगडम की गद्दी पर बैठी थी।
फॉर्मूला 1 व्यक्त किया शोक
महारानी के निधन पर फॉर्मूला 1 शोक व्यक्त करते हुए लिखा है कि “सात दशकों से अधिक समय तक
उन्होंने अपना जीवन सम्मान और भक्ति के साथ सार्वजनिक सेवा के लिए समर्पित कर दिया और दुनिया भर में
कई लोगों को प्रेरित किया। फॉर्मूला 1 शाही परिवार और यूनाइटेड किंगडम और राष्ट्रमंडल के लोगों के प्रति
अपनी गहरी संवेदना भेजता है।”
मर्सिडीज के ड्राइवर जॉर्ज रसेल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, “महामहिम महारानी एलिजाबेथ
द्वितीय के निधन के बारे में सुनकर मुझे बहुत दुख हुआ। हमारे देश के प्रति उनकी भक्ति और उनका शालीन
नेतृत्व यूके और दुनिया भर में लोगों की कई पीढ़ियों के लिए प्रेरणादायी था। मैं और मेरा परिवार शाही परिवार
और उन सभी लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना भेजते हैं जिन्होंने सात दशकों तक हमारे देश में उनकी सेवा
की प्रशंसा की। शांति से आराम करें।“
बकिंघम पैलेस ने उनके निधन के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि “महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय का गुरुवार
दोपहर बाल्मोरल में निधन हो गया। द किंग एंड द क्वीन कंसोर्ट (चार्ल्स एंड कैमिला) गुरुवार की रात बाल्मोरल
में रहेंगे और कल (शुक्रवार) लंदन पहुंचेंगे।” महारानी एलिजाबेथ दुबई जब अपनी आखिरी सांस ले रही थी तब
उनके साथ उनकी बेटी राजकुमारी ऐनी मौजूद थी
ग्रेट ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री प्लीज ट्रस ने महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (महारानी एलिजाबेथ II ) के निधन पर
दुख व्यक्त करते हुए कहा है कि हम सब महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन की खबर से बेहद दुखी हैं।
महारानी एलिजाबेथ दे वह पत्थर थी जिस पर आज के ग्रेट ब्रिटेन का निर्माण हुआ है। उन्होंने अपने शासनकाल
में ग्रेट ब्रिटेन को एक नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। उन्हीं के शासनकाल में हमारा देश इतना विकसित हुआ।”