मार्क ड्वोरेट्स्की रूस के महान शतरंज खिलाड़ी थे इसी के साथ वो एक लेखक और ट्रैनर भी थे ,
शतरंज में उन्होंने इंटरनेशनल मास्टर का टाइटल भी हासिल किया था | 24 नवंबर यानि कल मार्क
की शतरंज कार्ड फाइल को सीएफआर शतरंज संग्रहालय की एक्ज़िबिट में जोड़ दिया गया है ,
मार्क के बेटे Leonid ने खुद म्यूजियम को ये उपहार के रूप में दिया था |
शतरंज संघ के अध्यक्ष ने उपहार पा कर जताई खुशी
रूस के शतरंज संघ के अध्यक्ष एंड्री फिलाटोव ने इस उपहार के लिए Leonid का धन्यवाद किया और कहा की मॉस्को स्पोर्ट्स बोर्डिंग स्कूल के शतरंज खंड में पढ़ते समय वो इस कार्ड-फाइल से कई शतरंज समस्याओं को हाल करते थे जिसमें उन्हें काफी मज़ा आता था | उनके कोच मिखाइल युडोविच जूनियर ने एम ड्वोर्त्स्की के साथ सहयोग किया था और उनके पास इस अमूल्य ज्ञान डेटाबेस का access भी था |
मार्क ने की थी काफी रिसर्च
मार्क ने लगभग आदि सदी तक अपनी कार्ड फाइलों के लिए शतरंज की समस्याओं का संग्रह और बार-बार जांच की थी | 1970-1980 के दशक में, विशेष स्टैम्पिंग उपकरणों का उपयोग करके साधारण कार्डों पर पदों पर मुहर लगाई जाती थी और कार्ड के पिछले हिस्से पर मार्क द्वारा दिया हुआ उत्तर लिखा होता था वो भी एक नोट के साथ की उनके किस छात्र ने पहली बार इस समस्या को सुझाया था | सभी position को कंप्युटर डेटाबेस में ऐनलिटिक इंजन से डबल-चेक कर डाला जाता था |
ये कप भी उपहार के रूप में म्यूजियम को मिला
बता दे Leonid ने म्यूजियम को मार्क ड्वोरेट्स्की का एक क्रिस्टल कप भी उपहार में दिया है , वो कप मार्क ने 1973 में पोलानिका-ज़ड्रोज अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट जीतने के बाद हासिल किया था | अब ये पुरस्कार मार्क ड्वोरेत्स्की मेमोरियल्स के विजेताओं को प्रदान की जाने वाली एक फ्लोटिंग ट्रॉफी बन जाएगा |
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