जलंधर की बेहतरीन 26 वर्षीय शतरंज खिलाड़ी मल्लिका हांडा जिन्होंने कई राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय
चैंपियनशिप में काफी मेडल जीते है उन्हें सोमवार को कर्नाटक के हुबली में 26वें नैशनल यूथ
फेस्टिवल के दौरान युवा मामले और खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर द्वारा राष्ट्रीय युवा पुरस्कार से
सम्मानित किया गया है | ये इवेंट मिनिस्ट्री ऑफ यूथ affairs एण्ड स्पोर्ट्स , भारत सरकार द्वारा
आयोजित किया गया था |
ये पुरस्कार पाने वाली पंजाब की एकमात्र व्यक्ति है मल्लिका
मल्लिका पूरे भारत के 19 युवाओं में से एक थी और ये पुरस्कार पाने वाली पंजाब की एकमात्र व्यक्ति थी | ये अवॉर्ड इन युवाओं को कम्यूनिटी में अपनी शानदार सेवाओं और संबंधित क्षेत्रों में महान ऊंचाइयों को प्राप्त करने के लिए दिया गया था | मल्लिका इस इस उपलब्धि से उनकी माँ रेणु हांडा काफी खुश है , एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा की उनकी बेटी काफी भाग्यशाली है की उसे अपनी उपलब्धियों के लिए देश का सबसे बड़ा युवा पुरस्कार मिला है | उन्होंने ये भी बताया की मल्लिका 90 प्रतिशत सुनने और बोलने की अक्षमता से पीड़ित हैं लेकिन इसके बावजूद उन्होंने शतरंज में कई राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय चैंपियनशिप जीती हैं।
इतने पुरस्कार जीत चुकी है मल्लिका
बता दे मल्लिका पहली भारतीय लड़की भी है जिसने इंटरनेशनल डेफ एंड डंब चेस चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल प्राप्त किया था इसके अलावा वो Deaf की नैशनल शतरंज चैंपियनशिप के लिए 8 बार गोल्ड मेडलिस्ट भी बन चुकी है | इवेंट के दौरान केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और मंच पर मौजूद अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मल्लिका से काफी प्रभावित हुए और जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखने और विभिन्न प्रतियोगिताओं में इतने सारे मेडल जीतने के लिए उनकी प्रशंसा भी की |
मल्लिका की माँ हुई भावुक
जब मल्लिका को अवॉर्ड के लिए मंच पर बुलाया गया था तब दर्शक उनके लिए लगातार तालिया बजाते रहे और तब तक नहीं रुके जब तक वो मंच से वापस नहीं आई , दर्शकों से ऐसी प्रतिक्रिया मिलती देख मल्लिका की माँ भी काफी भावुक हो गई थी | उनकी केवल एक निराशा थी की सरकार या प्रशासन से किसी ने भी उनकी बेटी को इस बड़ी उपलब्धि की बधाई नहीं दी |