Luis Suarez” ने मैच जीतकर भी आगे नही जा पाए, उरुग्वे को आगे बढ़ने के लिए घाना को हराना ज़रूरी था। और जिस पर वो कामियाब भी हुए पर साउथ कोरिया के मैच् जीत जाने के कारण उरुग्वे को तीसरा स्थान मिला और वे बाहर हो गए। ये खबर सच मे बले किसी को उतना दुख दे या न दे पर Luis SuarezSuarez के लिए ये बहुत ही भावुक पल था। क्यूँकि ये उनका आखरी वर्ल्ड कप था उरुग्वे कि जेर्सी के लिए और जैसे ही मैच् समाप्त हुआ luis कि आखों मे आसुओं कि बोचार थी।
मैच का सारांश
ये मैच उरुग्वे के लिए आखरी पड़ाव था टॉप 16 मे पहुँचने का और उन्हे किसी भी हाल मे इसे जीतना था। और इसी मंशा से पूरी टीम उतरी थी। मैच् शुरुआत से उरुग्वे के कब्ज़े मे था और 16 मिनट मे जॉर्डन के शॉट को रोक दिया गया। लेकिन कैसे भी वे ऑफ साइड पाए गए थे। फिर 18 वे मिनट मे घाना को पेनाल्टी का मौका मिला जिसे एंड्रयू ने बुरी तरह से मिस कर दिया।
एक एक मिनट उरुग्वे और Luis Suarez के लिए बहुत ही किमती था। और वे कोई भी गलती यहाँ से नही करना चाहते थे। और उरुग्वे को उनका मौका मिल ही गया डी अर्रास्केटा ने एक जबरदस्त प्रयास से उरुग्वे के लिए पहला गोल किया और अपने टीम को बड़ी लीड दी।
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32 वे मिनट मे डी अर्रास्केटा ने फिर से एक और गोल करके घाना की कमर तोड़ दी थी। वे 2-0 से आगे चल रहे थे हॉफ टाइम से पहले ही और इसके आगे भी कही प्रयास हुए पर वो उतने कारगर नही थे, और इस टाइम तक हॉफ टाइम हो चुका था।
मैच जीत कर भी रूखे नही आसुँ
हॉफ टाइम के बाद उरुग्वे को 57 मिनट मे पेनाल्टी के मौके को दर्किनार कर दिया गया।81वे मिनट मे घाना ने एक गोल करने का प्रयास किया पर वो भी विपल कर दिया गया। 87 मिनट मे पता चला कि साउथ कोरिया पोर्चुगल से आगे है और ये मैच जीतने के लिए उरुग्वे को एक और गोल करना आवश्यक है। और 90 मिनट मे कावानी ने पेनाल्टी कि अपील की जिसे दरकिनार कर दिया गया और उरुग्वे ये मुकाबला जीतकर कर भी आगे नही पहुँच पाया।
ये खबर उरुग्वे से ज्यादा Luis Suarez को दुखद लगा जो अपना आखरी वर्ल्ड कप खेल रहे थे।