लुइस रुबियल्स ने अपने पद से दिया इस्तीफा, आखिरकार स्पेन की महिला टीम और आम लोगो ने जो चाहा वो खबर उन्हे सुनने को मिल गया है, जहाँ रुबियल्स ने अपने सोशल मीडिया साइट पर अपने इस्तीफे की खबर दी है। स्पेन ने पिछले महीने अपना पहला महिला विश्व कप जीता था ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ, उसके अवार्ड समारोह मे जो हुआ उसके बाद रुबियल्स की मुश्किले बहुत ही बढ़ गई।
हर्मेसो के होंठों पर किया गया किस
अवार्ड समारोह के दौरान जब स्पेन की कप्तान हर्मेसो ने रुबियल्स के हाथो मेडल लिया तब उन्होंने हर्मेसो को होंठों पर किस कर दिया जो एक संसनी खबर बन गई, जहाँ सारे जगह से रुबियल्स के उपर दबाव बनाया गया की उनकी इस हरकत पर इस पदवी पर रहना शोभा नही देता है और उन्हे अपने पद से इस्तीफा देना पड़ेगा।अपने अध्यक्ष की गलती को सही टेहरराने के जुर्म मे उनके कोच को भी टीम से बाहर कर दिया गया।
स्पैनिश एफ ए ने भी इस बात का खंडन किया और उनके उपर दबाव डाला गया, लेकिन उन्होंने साफ कह दिया की वो इस्तीफा नही देने वाले है किसी भी हाल मे।हर्मेसो ने भी बाद मे अपनी वेदना जताई की उन्हे किस किया जाना अच्छा नही लगा और यहाँ तक उन्हे और उनके परिवार पर इस बात को सही टेहरराने का दबाव भी डाला गया। अब उनके सब्र का बांध टूट गया था और उन्होंने आखिर मे अपने अध्यक्ष के उपर ही मुकदमा कर दिया।
पढ़े : मैंचेस्टर यूनाइटेड का ऋृण एक बिलियन के उपर पहुँचा
रुबियल्स ने दिया इस्तीफा
रुबियल्स ने एक बयान में कहा कि उन्होंने महासंघ के कार्यवाहक अध्यक्ष पेड्रो रोचा को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। उन्होंने यूईएफए की कार्यकारी समिति के उपाध्यक्ष के पद से भी इस्तीफा दे दिया है। फीफा द्वारा किए गए तीव्र निलंबन के बाद, उन्होंने कहा मेरे खिलाफ खुली कार्यवाही भी हुई है। यह स्पष्ट है कि मैं अपने पद पर वापस नहीं लौट पाऊंगा, सायद ये मेरे जीवन की बहुत बड़ी गलती साबित हो गई है। लेकिन उनके इस्तीफे के बाद भी उनके उपर मुकदमा जारी रहेगा।
जो उनके लिए बहुत बड़ा सर दर्द बन सकता है, अब लोगो का कहना है कि रुबियल्स खुद दो बेटियों के पिता है, और एक ज़िम्मेदार पिता होने के कारण वो ऐसा कैसे कर सकते है। उच्च न्यायालय के एक न्यायाधीश अब शिकायत का मूल्यांकन करेंगे और निर्णय लेंगे कि अनुरोध को स्वीकार किया जाए या इसे बरी किया जाए। यदि स्वीकार कर लिया जाता है, तो एक मजिस्ट्रेट को जांच का नेतृत्व करने के लिए नियुक्त किया जाएगा, जो या तो मामले की सुनवाई की सिफारिश के साथ समाप्त होगी या खारिज कर दी जाएगी।
