Luis figo ने कहा पोर्चुगल कि इस हार के ज़िम्मेदार केवल कोच संटोस् का है।क्वाटर फाइनल के आखरी मुकाबले मे मरोको ने पोर्चुगल को हराकर इतिहास रच दिया और सेमी फाइनल मे अपनी जगह पक्की कर ली।इस कारण पोर्चुगल फैंस के कही दिल टूटे।एक और चीज यहाँ सुर्कियो मे आई कि कोच ने इस मैच् मे भी रोनाल्डो को अधिकांश समय बाहर बिटाया था।
और कही लोगो का मानना था कि संटोस् ने इस बार रोनाल्डो को वक्त देना चाहिए था,क्यूँकि ये उनका आखरी वर्ल्ड कप था और बीच मे रोनाल्डो के रहते गोल का बनाना थोड़ा आसान हो सकता था। इसी संदर्भ मे luis figo ने कहा कि संटोस् ने इस बार बहुत बड़ी गलती कर दी है। और पोर्चुगल टीम के बाहर होने के कारण भी वही है जिन्होंने महत्वपूर्ण पल मे अपने महत्वपूर्ण खिलाडी को बाहर बिटा कर रखा।
रोनाल्डो के कैरियर का सबसे बुरा दौर और दुखद अंत।
Luis figo ने ने कहा कि जब आपको पता था कि आपका आखरी मौका है, और सिवाय इसके आपकी टीम ने मैच् कि खराब शुरुआत भी कि। हॉफ टाइम से पहले एक गोल भी खा लिया था। आपके पास और कोई रास्ता था, तो वो सिर्फ रीनाल्डो थे। भले उन्होंने जीतने मिनट इस मैच् मे खेले वेसा प्रभाव नही डाल पाए। लेकिन शुरुआत से रहते तो वो कुछ न कुछ ज़रूर करते।
रोनाल्डो ने इस साल कही बार अपनी उपर संसनी खबर बनाई है जिस कारण वे मन ही मन आघात हुए है। पहले बेटे कि मृत्यु ने उन्हे जंजोर कर रख दिया है। और मंचेस्टर टीवी मे उन्होंने कोच और टीम मेनेजमेंट के उपर भयंकर तंज ख़सा जिस कारण से उन्हे टीम से भी निषकाशित कर दिए गए। और टीम से भी उन्हे बाहर होना पड़ा। और वर्ल्ड कप मे भी पास पहुँच कर भी काफी दूर रह गए।
श्वेइज़र नाटी को इस मैच् मे भी रोनाल्डो के ऊपर चुना गया था। जिन्होंने पिछले मुकाबले मे हट्रिक् दागी थी। और ऐसे ही मोरोको ने 42 ने बढ़त बना ली थी जो मैच् जीतने के लिए आवश्यक थी। बले ही अगले हॉफ मे रोनाल्डो को उतारा गया हो पर शायद तक बहुत देर हो चुकी थी।
अंत मे कोच ने भी ये बयान दे कर बातों को खत्म किया कि मुझे अपने निर्णय पर कोई पछतावा नही है। परिणाम चाहे कुछ भी मेने जो सोचा वो किया लेकिन अगर परिणाम उल्टा होता तो आप लोग मेरी सारानाह कर रहे होते।