Formula 1 : लिबर्टी मीडिया, जो वर्तमान में फॉर्मूला 1 (एफ1) की मालिक है, ने मोटोजीपी के अधिग्रहण के लिए फॉर्मूला 1 के शेयर बेचने की योजना बनाई है। इस अधिग्रहण को पूरा करने के लिए लिबर्टी मीडिया 10.65 मिलियन शेयर बेच रही है, जिससे उन्हें लगभग $825 मिलियन की धनराशि प्राप्त होगी। यह अधिग्रहण सौदा कुल $4.2 बिलियन का है, जिसमें से अधिकांश राशि फॉर्मूला 1 के शेयरों की बिक्री से जुटाई जाएगी।
Formula 1 की मालिक कंपनी की मोटोजीपी के अधिग्रहण की योजना
लिबर्टी मीडिया की इस महत्वाकांक्षी योजना का उद्देश्य मोटोजीपी को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करना है। यह अधिग्रहण सौदा Dorna Sports से 86% शेयरों की खरीद के माध्यम से पूरा किया जाएगा, जो कि मोटोजीपी का वर्तमान प्रबंधन करता है। हालांकि, इस सौदे को पूरा करने में कुछ कानूनी बाधाओं का सामना करना पड़ा है, लेकिन लिबर्टी मीडिया ने इसे सफलता पूर्वक पूरा करने का संकल्प लिया है।
लिबर्टी मीडिया Formula 1 से बेच सकती है इतने शेयर
फॉर्मूला वन के मालिक लिबर्टी मीडिया ने वर्तमान बहुलांश शेयरधारक डोर्ना स्पोर्ट्स से मोटोजीपी में 86% हिस्सेदारी हासिल करने की योजना की घोषणा की है। इस महत्वपूर्ण अधिग्रहण को वित्तपोषित करने के लिए, लिबर्टी F1 में अपनी £630 मिलियन की हिस्सेदारी बेचेगी। $77.50 प्रति शेयर की कीमत वाले 10 मिलियन से अधिक F1 शेयरों की बिक्री से MotoGP अधिग्रहण के लिए आवश्यक धन जुटाने की उम्मीद है।
लिबर्टी की MotoGP में रुचि पहली बार अप्रैल में सामने आई थी, और लंबी बातचीत के बाद, उन्होंने PSG के मालिकों, कतर स्पोर्ट्स इन्वेस्टमेंट्स को पछाड़कर यह सौदा हासिल किया। F1 हिस्सेदारी बिक्री से प्राप्त आय का उपयोग मुख्य रूप से MotoGP अधिग्रहण को निधि देने के लिए किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, धन का एक हिस्सा लिबर्टी मीडिया के मौजूदा ऋण को कम करने के लिए आवंटित किया जाएगा।
F1 के बाद MotoGP में भी लिबर्टी मीडिया मचाएगी धमाल
यह रणनीतिक कदम वैश्विक मोटरस्पोर्ट उद्योग में लिबर्टी मीडिया की बढ़ती उपस्थिति के अनुरूप है। MotoGP में नियंत्रित हिस्सेदारी प्राप्त करके, उनका लक्ष्य अपनी स्थिति को और मजबूत करना और मोटरसाइकिल रेसिंग की बढ़ती लोकप्रियता का लाभ उठाना है।
अधिग्रहण के पीछे की रणनीति
लिबर्टी मीडिया ने 2016 में फॉर्मूला 1 का अधिग्रहण किया था, और तब से इस खेल के व्यावसायिक पहलुओं में महत्वपूर्ण बदलाव लाए हैं। Netflix के हिट शो “ड्राइव टू सर्वाइव” जैसी परियोजनाओं के माध्यम से फॉर्मूला 1 की लोकप्रियता में भारी वृद्धि हुई है। अब, लिबर्टी मीडिया इसी प्रकार की रणनीति के तहत मोटोजीपी को भी बढ़ावा देने की योजना बना रही है, जिससे इस खेल को एक नया जीवन मिल सके।
लिबर्टी मीडिया के इस कदम का उद्देश्य न केवल मोटोजीपी की मार्केटिंग और प्रमोशन को मजबूत करना है, बल्कि इसे वैश्विक स्तर पर और अधिक लोकप्रिय बनाना भी है। यह अधिग्रहण मोटोजीपी के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोल सकता है, जैसे कि नए दर्शक वर्गों को आकर्षित करना और खेल की पहुंच को बढ़ाना।
Formula 1 पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा
इस अधिग्रहण के लिए फॉर्मूला 1 के शेयर बेचने का निर्णय इस खेल के दीर्घकालिक विकास पर क्या प्रभाव डालेगा, यह देखने वाली बात होगी। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि इस कदम से फॉर्मूला 1 पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा, क्योंकि लिबर्टी मीडिया के पास खेल को स्थिर और सफल बनाए रखने के लिए पर्याप्त संसाधन हैं।
इस अधिग्रहण के बाद, फॉर्मूला 1 और मोटोजीपी दोनों में लिबर्टी मीडिया का प्रबंधन होगा, जिससे दोनों खेलों को एक साथ नई ऊँचाइयों पर पहुंचाने की संभावनाएं भी खुलेंगी।
निष्कर्ष
लिबर्टी मीडिया का यह निर्णय न केवल मोटोजीपी बल्कि Formula 1 के भविष्य के लिए भी महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। इस अधिग्रहण से मोटोजीपी को नई संभावनाएं मिलेंगी, जबकि फॉर्मूला 1 के विकास पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। लिबर्टी मीडिया की इस रणनीति के सफल होने पर, मोटरस्पोर्ट्स की दुनिया में एक नया युग शुरू हो सकता है।
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