मार्च में एफआईएच प्रो लीग के दौरान भारत की सीनियर हॉकी टीम में जगह बनाने वाले युवा गोलकीपर पवन मलिक (Pawan Malik) ने कहा कि वह अनुभवी पी आर श्रीजेश से बड़ी टीमों के खिलाफ खेलने के दबाव का सामना करना सीख रहे हैं ।
21 वर्ष के मलिक ने राउरकेला में प्रो लीग के दौरान अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया
उन्होंने हॉकी इंडिया (Hockey India) द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा ,‘‘ जर्मनी और आस्ट्रेलिया जैसी शीर्ष टीमों के खिलाफ काफी दबाव था । उनकी रफ्तार और आक्रमण अलग ही तरह का है जैसा मैने अपने जूनियर दिनों में नहीं देखा ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ टीम ने मेरा पूरा साथ दिया और अनुभवी खिलाड़ियों से काफी मदद मिली । श्रीजेश जैसे अनुभवी खिलाड़ी से काफी कुछ सीख रहा हूं और दबाव का सामना करने में मदद मिल रही है । उनके साथ खेलना सपना सच होने जैसा था और मैं अपने प्रदर्शन पर फोकस रखना चाहता था ।’’
मार्च में एफआईएच प्रो लीग के दौरान भारत की सीनियर हॉकी टीम में जगह बनाने वाले युवा गोलकीपर पवन मलिक (Pawan Malik) ने कहा कि वह अनुभवी पी आर श्रीजेश से बड़ी टीमों के खिलाफ खेलने के दबाव का सामना करना सीख रहे हैं ।
उन्होंने हॉकी इंडिया द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा ,‘‘ जर्मनी और आस्ट्रेलिया जैसी शीर्ष टीमों के खिलाफ काफी दबाव था । उनकी रफ्तार और आक्रमण अलग ही तरह का है जैसा मैने अपने जूनियर दिनों में नहीं देखा ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ टीम ने मेरा पूरा साथ दिया और अनुभवी खिलाड़ियों से काफी मदद मिली । श्रीजेश जैसे अनुभवी खिलाड़ी से काफी कुछ सीख रहा हूं और दबाव का सामना करने में मदद मिल रही है । उनके साथ खेलना सपना सच होने जैसा था और मैं अपने प्रदर्शन पर फोकस रखना चाहता था ।’’
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