हाल ही मे कुछ दिनों से फीफा और येआयएफ के बीच तीकी करार सामने आई हैं। जिसमे फीफा ने भारत को अपनी सदस्यता से निष्कासित किया हैं, कुछ दिनों से फीफा भारत के द्वारा की गई कुछ गलत गतिविदियो से नाराज चल रही थी। पर हालात इतने खराब होंगे इसका किसी को भी अंदाज़ा भी नही था।फीफा ने कहा कि वह भारत में युवा मामले और खेल मंत्रालय के संपर्क में है।
क्या है निष्काशन की वजह
भारतीय फ़ुटबॉल के लिए मौजूदा मुसीबतें तब शुरू हुईं जब पूर्व एआईएफएफ अध्यक्ष, प्रफुल्ल पटेल, जो फीफा परिषद के सदस्य भी थे, उन्होंने फ़ुटबॉल के प्रमुख के रूप में अपना पद छोड़ने से इनकार कर दिया।
मंच से बाहर न निकलने का उनका बहाना लंबे समय तक चला जा रहा था,साथ ही एआईएफएफ सविंधान के संबंध मे उनके उपर अदालती मामला भी था । जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने मई 18 तरीक को उनके पद से हटा दिया और एक नई कमेटी(COA) का घटन कर दिया। यही से फीफा के साथ विवादस्पद शुरू हुए,जिसके वजह से फीफा द्वारा भारत पर बैन लगाया गया।
क्या होगा भारतीय फुटबॉल पर इसका असर ।
भारतीय फुटबॉल को इस खबर से बहुत बड़ा झटका लगा है, क्यूँकि भारत मे जितनी त्वजु क्रिकेट को दी जाती है उतना फुटबॉल पर नही दिया जाता और भारत मे इसके लिए पर्याप्त सुविधाएँ भी बहुत कम हैं । कुछ ही जुजारु व्यक्ति इस फील्ड पर जाना पसंद करते हैं । यह भारत के वर्तमान को ही नही बल्कि भविष्य को भी खतरे के कगार पर ला दिया हैं ।
फीफा ने रखी माँग
फीफा ने एआईएफएफ के सामने अपनी दो माँग रखी हैं कुछ इस प्रकार हैं की पहले (COA) को पुरी तरह से बदल दिया जाए। दुसरा है की एआईएफएफ किसी के दर पर काम नही करना होगा।