अरब का एक देश है क़तर जिसने हाल ही में अपने देश में एक
शानदार खेल संग्राहलय का निर्माण कराया है. इस संग्राहलय में
दुनियाभर के सभी खेलों के दिग्गजों की यादगार चीजों को रखा गया है
जिसमें से भारतीय खिलाड़ियों की यादों को भी इस संग्राहलय में प्रमुखता दी गई है.
दुनिया के 32 ओलिंपिक संग्राहलयों में से एक कतर ओलिंपिक
और खेल संग्राहलय में अंदर जाते ही सबसे पहले निगाहें
ओलिंपिक में दो बार की पदक विजेता पीवी सिंधू के द्वारा कही
गई बातों पर जाती है जिसमें लिखा है कि सबसे बड़ी ताकत एक
मजबूत दिमाग है. इसके बाद यहां का हॉल ऑफ एथलीट्स में करीब
100 खिलाड़ियों के दान किए गए यादगार चीजों को प्रदर्शित किया गया है.
कतर में सजी हैं ध्यानचंद की हॉकी स्टिक
भारतीय संग्राहलय में प्रशंसकों को महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का
बल्ला भी देखने मिलेगा. साथ ही हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले
मेजर ध्यानचंद की हॉकी स्टिक को भी यहा प्रदर्शित किया गया है.
यह हॉकी खिलाड़ियों के लिए काफी प्रेरणादायक है. मेजर ध्यानचंद
के अलावा भी भारत के कई खिलाड़ी है जो इस संग्राहलय में अपनी जगह रखते है.
उसके अलावा भी यहाँ अन्य खेलों के कईं दिग्गजों की यादगार चीजों को
प्रदर्शित किया गया है. अलग-अलग देशों के महान खिलाड़ियों की यादगार
और ऐतिहासिक चीजों को एक जगह पर देखकर उने प्रशंसक काफी खुश हो जाते
हैं. इतना ही नहीं संग्राहलय में भारत की सबसे प्रतिष्ठित मुक्केबाज छह बार की
विश्व चैंपियन मैरी कॉम के दस्ताने को महान मोहम्मद अली द्वारा पहने
गए दस्तानों के पास ही सजाया गया है. यह संग्राहलय खलीफा अन्तर्राष्ट्रीय
खेलों के सभी दिग्गजों की यादगार चीजें है शामिल
स्टेडियम के उस परिसर में हैं जिसमें फुटबॉल विश्वकप के मैच खेले जाएंगे.
फ़ॉर्मूला वन के रेसर माइकल शुमाकर की फरारी कार भी
सजी हुई है जिसे देखकर दर्शक काफी खुश होते है.
खेल संग्राहलय में कई और खिलाड़ियों की यादगार चीजें मौजूद है.