उत्तरप्रदेश के मेरठ में खेल विभाग के द्वारा एक अजीबो-गरीब वाकया सामने आया है. मेरठ में खेलो इंडिया योजना के तहत हॉकी की सिंथेटिक टर्फ का लोकार्पण होना था. जिसे लेकर खबर थी कि राज्य के मुख्यमंत्री द्वारा इसका उद्घाटन किया जाएगा. लेकिन मेरठ के क्रीड़ा अधिकारी योगेन्द्र पाल ने बिना खेल विभाग को जानकारी दिए उसका हस्तांतरण कर लिया. यही नहीं उसका लोकार्पण भी करा दिया. इसकी खबर जब खेलमंत्री गिरीश चन्द्र यादव को लगी टी उन्होंने इस मामले को काफी गंभीरता से लिया.
मेरठ में क्रीड़ा अधिकारी ने किसी ओर से कराया उद्घाटन
इतना ही नहीं गिरीश चन्द्र यादव नेआदेश निकालते हुए क्रीड़ा अधिकारी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए हैं. खेल विभाग के मंडल और जिला स्तरीय खेल अधिकारियों की समीक्षा बैठक खेलमंत्री की अध्यक्षता में मंगलवार को आयोजित की गई थी. इसमें इस प्रकरण पर गंभीरता से विचार करने के बाद कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.
इसके साथ ही बैठं में निर्देश दिए गए है कि खेल विभाग के छात्रावासों में रहने वाले खिलाड़ियों को भोजन निर्धारत समय और मेन्यु के हिसाब से ही दिया जाएगा. मेन्यु के आधार पर भोजन ना परोसने पर सम्बन्धित अधिकारी और मेस संचालन करने वाले फर्म के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी. यह भी निर्देश दिए गए कि अधिकारीयों और प्रशिक्षकों के कार्यों और उपलब्धियों की गोपनीय रिपोर्ट तैयार की जाए.
इतना ही नहीं अधिकारियों से कहा गया है कि उनके मंडल और जिलों से जो ही निर्माण पूरे हो गए हों उनका लोकार्पण सिर्फ मुख्यमंत्री से ही कराया जाए. हर खेल संघ को जिले और राज्य स्तर पर प्रतियोगिताओं को कराना जरूरी किया जाए. वहीं अपर मुख्य सचिव डॉक्टर नवनीत सहगल ने कहा कि प्रशिक्षण शिविरों का संचालन मानकों के मुताबिक किया जाए. जिन शिविरों में खिलाड़ी कम हों उनसे सम्बन्धित अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जाए. अप्रैल में खेलों इंडिया यूंनिवर्सिटी गेम्स लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी और गौतमबुद्धनगर में होने है. इसके लिए तैयारियां पूरी की जाए और किसी भी तरह की कमी ना रहें इसका भी ध्यान रखा जाए.