भारतीय महिला हॉकी टीम की गोलकीपर और कप्तान सविता पुनिया इन दिनों टीम के साथ FIH हॉकी महिला वर्ल्डकप के लिए तैयारी कर रही है. उन्होंने इसके बाद में मीडिया से बात कि है. उन्होंने इस दौरान कहा कि, ‘इतने सालों में बहुत सारे चीजें बदल गई है. हमारी टीम कि बात करें तो सबसे अहम अंतर हमारी मानसिकता का आ रहा है. हम मैच में अब पॉजिटिव होकर खेल को खेलते है और ना केवल भाग लेने के लिए टूर्नामेंट में जाते है बल्कि हम हमारे लक्ष्य को पूरा करने के लिए इसमें भाग लेते हैं. हम अपने बेहतरीन प्रदर्शन का मूल्याङ्कन भी करते हैं.’
सविता पुनिया ने टीम में सकारात्मक सोच के बारे में की बात
इस दौरान सविता ने फिटनेस के मानकों का उल्लेख का भी जिक्र किया जिनमे पिछले कुछ वर्षों में काफी सुधार हुआ है जो खिलाड़ियों को कठिन परिस्थितियों में प्रदर्शन करने में मदद करते हैं. उन्होंने आगे कहा कि, ‘खिलाड़ियों को विकट परिस्थितियों में हार नहीं मानने में बदलाव का कारण फिटनेस का रहा है. हॉकी इंडिया ने हमारी हॉकी के बेहतर प्रदर्शन के लिए काफी कुछ मदद की है. हॉकी इंडिया और SAI हमें एक्सपोजर में मदद कर रहे हैं.’
उन्होंने फिटनेस और प्रैक्टिस के बारे में बात करते हुए कहा कि, ‘आहार और अपनी व्यक्तिगत शारीरिक फिटनेस की कमियों के बारे में हम जानकारी लेते है. खिलाड़ी अभ्यास के लिए अपने ऑफ के समय भी आते है पूरी शिद्दत से अभ्यास भी करते हैं. और युवा खिलाड़ी पूरे जोश से अभ्यास में हिस्सा लेते है. क्योंकि हमें पता है अगर हमारी फिटनेस अच्छी है तभी हमारी जगह टीम में होती है.’
इस दौरान सविता ने टीम के कोच सोजर्ड मारिन की तेरफ भी की और उम्मीद जताई है कि टीम मेस्मी के साथ और भी पॉजिटिव बदलाव आते रहेंगे. उन्होंने कोच के लिए कहा कि, ‘हमारे कोच भी हमसे काफी उम्मीद रखते हैं और हमे कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित करते हैं.
बता दें नेशंस कप में सविता टीम की कप्तानी करेगी और साथ ही वर्ल्डकप में भी उनके टीम का कप्तान बनाया गया है.