राजस्थान की शिक्षा नगरी कोटा में लड़कियां हॉकी के खेल में निरंतर बढ़ोतरी कर रही है. शहर में लड़कियों ने भले ही बीते कुछ सालों से हॉकी खेलना शुरू किया है. लेकिन इन सालों में उन्होंने खुद को पारंगत कर दिया है. और इस खेल से आज शहर की दर्जनों लड़कियां जुड़ चुकी है. इतना ही नहीं इन बीते पांच सालों में लगभग 40 से अधिक लड़कियां राज्य स्तर पर खेल चुकी है. वहीं कोटा की याशिका राजावत राज्य की टीम में शामिल हुई है.
कोटा की खिलाड़ियों ने हॉकी में कमाया नाम
याशिका राजावत राजनांदगांव में जूनियर बालिका वर्ग में खेलने के लिए गई हुई है. ये प्रतियोगिता एक दो दिन में शुरू होने जा रही है. यहाँ की लड़कियों ने कढ़ी मेहनत कर यह मुकाम हासिल किया है. इनके पास ग्राउंड भी नहीं है. हर बार सरकार सिर्फ आश्वासन देकर ही इस बात से पलड़ा झाड़ लेती है. बात करें प्रशिक्षकों कि तो इनमें विनोद कुमार, यशपाल शर्मा, हर्षवर्धन सिंह शामिल है. जो इन खिलाड़ियों को रोज प्रैक्टिस कराते हैं.
प्रशिक्षक बताते हैं कि इन खिलाड़ियों ने साल 2018 से ही खेलना शुरू किया है. और शहर के गिने-चुने ग्राउंड पर सुबह-शाम जमकर मेहनत कर रही है. वे बताते हैं कि कोटा में लड़कों की हॉकी टीम तो सालों से नाम कमाती आई है लेकिन अब लड़कियां राज्य आयर राष्ट्रीय स्तर पर भी अपना नाम कमा रही है.
जल्द ही शहर में बनकर तैयार होंगे मैदान
वर्तमान समय में शहर के शहर के रेलवे वर्कशॉप ग्राउंड पर लगभग 2 दर्जन, कुन्हाड़ी के विजयवीर ग्राउंड पर करीब एक दर्जन और कुछ लड़कियों श्रीनाथपुरम स्टेडियम पर अभ्यास के लिए जाती है. वहीं रेलवे वर्कशॉप पर बना मैदान ही खेलने लायक है. वहीं गुमानपुरा में भी ग्रास का हॉकी ग्राउंड बनाया जा रहा है जो जल्द ही बनकर तैयार होगा. बता दें खिलाड़ियों को इससे खेलने में आसानी होगी. और खिलाड़ियों के आगे आने वाले समय में काफी सुविधा होने वाली है.