Image Source : Google
कर्नाटक के कोडागु जिले में सुप्रसिद्ध Kodava Festival की धूम होती है. हर साल यह उत्सव गर्मी के मौसम में खेला जाता है. दुनियाभर के कोडागु परिवार इस खेल उत्सव में भाग लेने आते हैं. इसके साथ ही नाम्मे यानी उत्सव में भाग लेने के लिए विदेशी लोग भी बड़ी धूमधाम से आते हैं. कोडवाओं के लिए अपने घरेलू मैदान में आयोजित इस टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए उत्साह भरा होता है.
हर गर्मी में होता है Kodava Festival का आगाज
हॉकी के टूर्नामेंट में सभी खिलाड़ी शानदार प्रदर्शन करते हुए नजर आते हैं. सैकड़ों परिवारों के लिए भाग लेने के साथ ही टूर्नामेंट को दुनिया के सबसे बड़े फील्ड हॉकी टूर्नामेंट में भी जाना जाता है. इसका नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी नाम दर्ज हो चुका है.
इस टूर्नामेंट की मेजबानी अप्पाचेत्तोलन्दा परिवार ही करेगा. 23वें कोडवा हॉकी महोत्सव के शुभारम्भ के लिए आयोजनकर्ताओं ने जमकर सारी तैयारियां कर ली है. इस उद्घाटन के अवसर पर भारत जूनियर एकादश और कर्नाटक पुरुष एकादश के बीच मैच खेला जाएगा. इसमें करीब पांच हजार खिलाड़ियों के भाग लेने की उम्मीद की जा रही है.
देशभर के हजारों खिलाड़ी करेंगे इसमें शिरकत
इतना ही नहीं इस टूर्नामेंट से 24 बेहतरीन खिलाड़ियों का चयन भी किया जाएगा. जो आगे चलकर होक्सय कुर्ग और हॉकी कर्नाटक की मदद से आगे हॉकी का प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे. और इसके साथ ही उन खिलाड़ियों को राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर चुना जाएगा. और वह इस तरीके से अपनी प्रतिभा का संचालन कर सकेंगे.
इस कार्यक्रम (Kodava Festival) को लेकर आयोजनकर्ताओं ने कहा कि बाढ़ और कोरोना के चलते इस कार्यक्रम का आयोजन सम्भव नहीं हो पाया था. लेकिन अब इस साल होने वाले इस कार्यक्रम को पूरी तैयारी और जोर-शोर के साथ किया जाएगा. इतना ही नहीं प्रबन्धन ने इसके कार्यक्रम के लिए शानदार योजना बनाई गई है. इतना ही नहीं टूर्नामेंट की तैयारी के लिए तीन बजरी मैदानों में से एक को प्राकृतिक घास के मैदान के रूप में विकसित किया जाएगा.’
हालांकि 23 वें वार्षिक उत्सव का आयोजन 2023 में भव्य तरीके से किया जाएगा. फेस्ट का आयोजन नापोकलू जनरल थिमैया ग्राउंड महोग. 350 से अधिक कोडवा परिवारों के Kodava Festival में भाग लेने की सम्भावना है. जानकरी के अनुसार बता दें कि हॉकी टूर्नामेंट का आयोजन 20 फरवरी से शुरू होकर 6 मार्च तक चलेगा. साथ ही वेबसाइट और लोगो 2 अक्टूबर को नापोकलू कोडवा समाज में जारी किया जाएगा. लगभग 1.50 करोड़ रुपए के फंड का उपयोग करके उत्सव का आयोजन किया जाएगा और परिवार ने एक करोड़ के मंजूरी के लिए राज्य को एक प्रस्ताव भी भेज दिया है.
22 वर्षों से हो रहा कोडवा हॉकी का आयोजन
प्रेस कॉन्फ्रेंस की अध्यक्षता अप्पाचेटोलैंड परिवार ने मिट्टू इरप्पा और परिवार के अन्य सदस्यों को थपथपाया है. जिले में 22 वर्षों से कोडवा हॉकी नाम्मे का आयोजन किया जा रहा है. हालांकि 2018 में बाढ़ और महामारी की स्थिति के कारण कार्यक्रम को रद्द करना पड़ा था. 2023 का आयोजन हॉकी उत्सव का 23 वां वर्ष होगा. कोडवा समुदाय के बीच खेले जाने वाले हॉकी टूर्नामेंट ने अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त की है क्योंकि टूर्नामेंट ने सबसे अधिक टीम भागीदारी के लिए लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड्स और गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़ा है.
2018 कुललेटिया कप हॉकी में 333 कोडवा परिवारों ने भाग लिया. यह 1997 में था कि पहला कोडवा परिवार हॉकी टूर्नामेंट खेला गया था और पंडाडा परिवार द्वारा आयोजित किया गया था. खेल अन्तर्राष्ट्रीय नियमों और मानकों के साथ शुरू हुआ और यह युवाओं और वरिष्ठों के लिए हॉकी के प्रति उनके जुनून को उजागर करने के लिए एक मंच प्रदान करता है.
सांस्कृतिक आयोजन से होता है टूर्नामेंट का शुभारम्भ
फाइनल मुकाबले को शुरू करने से प्रथम में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाता है. कोडवा पारम्परिक नृत्य मैदंके बीह में किया जाता है. इस मौके पर हॉकी के कई प्रशंसकों ने भाग लिया था. इस टूर्नामेंट से 24 बेहतरीन खिलाड़ियों का चयन भी किया जाता है. जो आगे चलकर होक्सय कुर्ग और हॉकी कर्नाटक की मदद से आगे हॉकी का प्रशिक्षण प्राप्त करते है. और इसके साथ ही उन खिलाड़ियों को राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर चुना जाता है. और वह इस तरीके से अपनी प्रतिभा का संचालन कर सकते है.
बता दें तीन बार की चैंपियन कुल्लेतिरा ने साल 1998, 1999 और 2002 में खिताब अपने नाम किया था. इसके बाद 16 वर्षों में इस टीम ने फाइनल में जगह बनाई थी. जबकि कुप्पंडा के लिए यह पहली बार था जब उन्होंने फाइनल में जगह बनाई थी और यह ख़िताब अपने नाम किया था. कुप्पंडा टीम को विजेता के तौर पर तीन लाख रुपए की नकद राशि से पुरुस्कृत किया गया था. दूसरे नम्बर पर रहने वाली टीम को दो लाख रुपए और एक ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया था.
कौनसी टीम जीती सबसे ज्यादा ख़िताब
इसके साथ ही आयोजकों द्वारा बताया जाता है कि, ‘नेपोक्लू का पूरा समुदाई इस अभ्यास में शामिल होता है. आयोजन के लिए जुटाई गई धनराशि का दो प्रतिशत वृद्धों के देखभाल केन्द्रों को दान किया जाता है. जबकि अन्य दो प्रतिशत कोडागु जिले के अनाथालयों में दान किया जाता है.’ अन्तर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ ने हॉकी को अधिक समावेशी और अच्छा बनाने के लिए कुछ साल पहले प्राकृतिक घास पर आयोजन करने का प्रस्ताव दिया था.
बता दें Kodava Festival का साउथ के खिलाड़ियों में काफी क्रेज देखने को मिलता है. इसके साथ ही खिलाड़ियों को ज्यादा से ज्यादा हॉकी से जोड़ने के लिए भी इस खेल का आयोजन किया जाता रहा है. पिछले कई सालों में कोरोना महामारी के चलते इन खेलों का आयोजन नहीं हो सका था. लेकिन इस साल फिर से इस खेल का आयोजन बड़े स्तर पर किया गया है. वहीं बता दें खिलाड़ियों को इसमें पुरुस्कृत भी किया जाता रहा है. इसके साथ ही खिलाड़ियों को अन्य स्तर पर खेलने का मौका भी मिलता है. इसके साथ ही खिलाड़ियों को हॉकी का एक माहौल बनाने का मौका भी मिलता है.
कौन जीता पिछले मुकाबले ?
Kodava Festival पिछले मुकाबले में कुप्पंडा परिवार की टीम ने यह ख़िताब अपने नाम कर लिया था. तीन बार की चैंपियन कुल्लेतिरा टीम को हरा दिया था. इस मैच में पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हराकर पहली बार ख़िताब अपने नाम किया था. कुप्पंडा की टीम इस प्रतियोगिता के 23वें सीजन में जाकर पहली बार चैंपियनशिप बने.