कर्नाटक के कोडागु जिले के नेपोकलू में कोडवा हॉकी टूर्नामेंट का आयोजन चल रहा था. एक महीने चले इस आयोजन में रविवार को फाइनल मुकाबला खेला गया था. इस मुकाबले में कुप्पंडा परिवार की टीम ने यह ख़िताब अपने नाम कर लिया था. तीन बार की चैंपियन कुल्लेतिरा टीम को हरा दिया था. इस मैच में पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हराकर पहली बार ख़िताब अपने नाम किया था. कुप्पंडा की टीम इस प्रतियोगिता के 23वें सीजन में जाकर पहली बार चैंपियनशिप बने.
कुप्पंडा बनी कोडवा हॉकी टूर्नामेंट की विजेता
बता दें तीन बार की चैंपियन कुल्लेतिरा ने साल 1998, 1999 और 2002 में खिताब अपने नाम किया था. इके बाद 16वर्षों में इस टीम ने फाइनल में जगह बनाई थी. जबकि कुप्पंडा के लिए यह पहली बार था जब उन्होंने फाइनल में जगह बनाई थी और यह ख़िताब अपने नाम किया था. कुप्पंडा टीम को विजेता के तौर पर तीन लाख रुपए की नकद राशि से पुरुस्कृत किया गया था. दूसरे नम्बर पर रहने वाली टीम को दो लाख रुपए और एक ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया था.
फाइनल मुकाबले को शुरू करने से प्रथम में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया था. कोडवा पारम्परिक नृत्य मैदंके बीह में किया गया था. इस मौके पर हॉकी के कई प्रशंसकों ने भाग लिया था. इस टूर्नामेंट से 24 बेहतरीन खिलाड़ियों का चयन भी किया जाएगा. जो आगे चलकर होक्सय कुर्ग और हॉकी कर्नाटक की मदद से आगे हॉकी का प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे. और इसके साथ ही उन खिलाड़ियों को राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर चुना जाएगा. और वह इस तरीके से अपनी प्रतिभा का संचालन कर सकेंगे.
इस कार्यक्रम को लेकर आयोजनकर्ताओं ने कहा कि बाढ़ और कोरोना के चलते इस कार्यक्रम का आयोजन सम्भव नहीं हो पाया था. लेकिन अब इस साल होने वाले इस कार्यक्रम को पूरी तैयारी और जोर-शोर के साथ किया गया था. इतना ही नहीं प्रबन्धन ने इसके कार्यक्रम के लिए शानदार योजना बनाई गई थी. बहुचर्चित हॉकी उत्सव एक महीने तक फिर मनाया गया था. इस उत्सव में करीब 336 टीमें सम्मलित हुई थी.