भारतीय महिला हॉकी टीम के मुख्य कोच जेनेके शोपमैन ने कहा कि उनकी टीम में 2023 में होंग्जो में आयोजित होने वाले एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक के लिए भारत में वो क्षमता है जो इसे जीत कर ला सकती है. 41 साल पहले जीते स्वर्ण को भारत वापिस अपनी झोली में लाने को तैयार है और भारतीय टीम यह करने में सक्षम भी है.
जेनेके के लिए है भारत एशिया की नम्बर वन टीम
उन्होंने कहा कि, ‘हम अभी एशिया की नम्बर वन टीम है. और हम गोल लाने का माद्दा रखते हैं लेकिन यह कहते हुए कि उम्मीदों के साथ दबाव भी ज्यादा होता है तो हमारी टीम की खिलाड़ियों ने दबाव में और बेहतरीन प्रदर्शन करना सीख लिया है.’ उन्होंने आगे कहा कि, भात ने ओलम्पिक और राष्ट्रमंडल खेलों में शानदार प्रदर्शन किया है और हम दुनिया पांच शीर्ष टीमों में स्थान रखते हैं.’
वहीं पूर्व डच खिलाड़ी ने कहा कि, जो गुजरात में राष्ट्रीय स्तर पर खेल चल रहे है उसमें कई नई प्रतिभाओं के उभर कर आने की सम्भावना है. साथ ही उन्होंने कहा कि भारत में महिला खिलाड़ियों के लिए एक संरचित लीग की आवश्यकता है जहां वे खिलाड़ी लगातार खेले और दुनिया भर के शीर्ष खिलाड़ियों का मुकाबला कर सके.
उन्होंने कहा कि, ‘भारतीय खिलाड़ियों ने धीरे-धीरे अपनी प्रतिभा में सुधार किया हिया उर मुझे लगता है कि लड़कियों को और अधिक अच्छे प्रदर्शन करने की जरूरत है.’ उन्होंने आगे कहा कि ‘खिलाड़ियों को विभिन्न टूर्नामेंट से काफी फायदा हुआ है और उन्हें विदेशी दौरों से भी मदद मिली है. साथ ही आयोजित राष्ट्रीय खेलों ने युवा प्रतिभाओं को उजागर करने के अपने उद्देश्य को भी पूरा किया है. लेकिन हमें खिलाड़ियों को अनुभव प्राप्त करने के लिए इस तरह के और अधिक घरेलू टूर्नामेंट आयोजित कराने की आवश्यकता है.’
हाल ही में FIH विमेंस कोच ऑफ द ईयर अवार्ड मिलने पर जेनेके ने कहा कि, ‘ यह बहुत सम्मान की बात है लेकिन मुझे उन खिलाड़ियों का धन्यवाद करना चाहिए जिनके प्रदर्शन से मुझे यह पुरस्कार प्राप्त हुआ है. यह पूरी भारतीय टीम का ही पुरुस्कार है.’