भारतीय पुरुष हॉकी टीम इन दिनों आने वाले हॉकी विश्वकप को लेकर जमकर तैयारियां कर रही है. वहीं उनके कोच ग्राहम रीड भी खिलाड़ियों की हर बारीक़ चीज पर नजर रखे हैं. वहीं उन्होंने विश्वकप से पहले अपने खिलाड़ियों को चेताया है कि उन्हें मैच के दौरान भावनाओं में नहीं बहना है. अगर कोई विरोधी टीम गोल करती है तो इससे परेशान होने की जरूरत नहीं बल्कि पलटवार करते हुए और अच्छा प्रदर्शन करना है.
कोच ग्राहम रीड ने चेताया भारतीय टीम को
साथ ही ग्राहम रीड ने बोला है कि टीम के खिलाड़ियों को सकारात्मक रूप से खेलना है. साथ ही मैच के दौरान अपनी मानसिकता को खेल पर केन्द्रित करने की जरूरत है. वहीं 1990 में विश्वकप के दौरान ऑस्ट्रेलियाई टीम के सदस्य रहें रीड ने कहा कि जब आप इतने बड़े स्तर के टूर्नामेंट में जब आप खेलते है तो आप भावनाओं में बह जाते है.
रीड ने अपने समय कि बात करते हुए कहा कि जब हम खेलते थे तब हम शांति से अपने दिमाग को स्थिर करते हुए खेलते थे. वहीं उन्होंने बताया कि हमें उस दौरान सिखाया जाता था कि आसपास होने वाले शोर-शराबे से परेशान होने की जरूरत नहीं है. बस अपने खेले पर ध्यान देने की जरूरत होती है. खेल पर ध्यान देने पर आपको कोई आसपास की चीजे परेशान नहीं कर सकती है. और चुपचाप आप अपने प्रदर्शन पर ध्यान दे पाते हैं.
रीड ने आगे कहा कि मेरे हिसाब से भारतीय टीम टॉप 3 की टीम है. और वह विश्वकप में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए तैयार है. इसके लिए टीम के खिलाड़ी काफी मेहनत भी कर रहे हैं.
बता दें विश्वकप का आयोजन 13 जनवरी से शुरू होने वाला है. और 29 जनवरी को विश्वकप का का समापन होगा. वहीं बता दें विश्वकप का आयोजन उड़ीसा के भुवनेश्वर और राउरकेला में किया जाएगा. वहीं टीम की कमान इस बार हरमनप्रीत सिंह सम्भालेंगे.