भारत की इस विश्वकप में टीम की हार पर टीम के हर सदस्य को निराशा तो है साथ ही देश के करोड़ो फैन्स को भी काफी दुःख हुआ है. इस दौरान टीम के मुख्य कोच ग्राहम रीड ने कहा कि टीम के प्रदर्शन में लगातार कमी दिखाई दे रही थी. और इसी के साथ वह सफल मौको को पकड़ नहीं सका था और गंवा चुका था. वहीं ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी और भारत टीम के कोच को लगता था कि भारतीय टीम ने ओलम्पिक में शानदार प्रदर्शन किया है तो इस टूर्नामेंट में भी शानदार प्रदर्शन ही नजर आएगा लेकिन ऐसा नहीं हो पाया जिससे उनमें काफी निराशा भरी हुई है.
टीम की हार के बारे में बात करते नजर आए ग्राहम रीड
उन्होंने यहाँ तक कहा कि ये वही टीम है जिसने टोक्यो ओलम्पिक में इतिहास रचते हुए 41 साल बाद पदक हासिल किया था. लेकिन इस विश्वकप में टीम ने खामियों को नजरअंदाज किया जिसके चलते टीम हारी है. उन्होंने आगे कहा कि टीम तो 1975 के बाद फिर से विश्वकप को अपनी झोली में डालने के लिए उतरी थी. लेकिन ऐसा नहीं हो सका और वह एक बार फिर विश्वकप को जीतने में सफल नहीं रही थी.
इस बार तो टीम सेमीफाइनल में भी जगह बनाने में सफल नहीं हुई थी. टीम को काफी कड़े मुकाबले से गुजरना पड़ा था. पेनल्टी शूटआउट में भी टीम ख़ास कमाल नहीं दिखा सकी और इसी वजह से हार का सामना करना पड़ा था.
टीम की ट्रेनिंग, सहयोगी स्टाफ और अन्य कई मामलों में बहुत ज्यादा खर्चा हुआ है जिसे देखते हुए टीम से बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद थी लेकिन ऐसा नहीं हो सका था. बता दें विश्वकप के इतिहास में भारत का यह चौथा सबसे खराब प्रदर्शन रहा था. जिसके चलते टीम को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है. बता दें आज भारत का जापान से मुकाबला होने वाला है. इसमें भारत जीत दर्ज कर सकती है. भारत की हार के मुख्य कारणों में एक पेनल्टी कार्नर को नहीं भुना पाना है. किसी भी खिलाड़ी ने पेनल्टी कोर्नर को अच्छे से नहीं खेला और हार मिली थी.