दोस्तों, आज हम बात करने वाले हैं नाइजीरिया में होने वाले एक फिजिकल कॉम्बैट स्पोर्ट की जिसे हम “दाम्बे” के नाम से जानते हैं।
नाइजीरिया की विभिन्न जातीय समूहों के युवक, जो सामाजिक रूप से कम सक्षम हैं, इस खेल में भाग लेते हैं। यह खेल बहुत ही खतरनाक और डरावना है। जब इसकी शुरुआत हुई थी तो शायद इसकी ज्यादा पहचान नहीं थी, लेकिन “अफ्रीकन वॉरियर्स” नामक एक संस्था ने इसे होस्ट करना शुरू किया और अब नाइजीरिया में जब यह दाम्बे मार्शल आर्ट होती है तो इसे देखने के लिए 500 से 1000 लोग आते हैं।
यह खेल बहुत ही खूंखार है क्योंकि इसमें ज्यादा कोई सेफ्टी गियर का इस्तेमाल नहीं होता है। दाम्बे में 16 साल से 30 साल की उम्र तक के लोग हिस्सा लेते हैं। जैसा कि पहले भी कहा गया, जो लोग मांस बेचते हैं या काटते हैं, जो समाज के निचले समूह से बिलॉन्ग करते हैं, उनके लिए यह पैसा कमाने का एक अच्छा जरिया बन गया है।
आजकल दाम्बे बहुत प्रसिद्ध है। आप यूट्यूब पर देख सकते हैं कि उनके पास लाखों में व्यूज आते हैं और फेसबुक पर भी लाखों व्यूज आते हैं। धीरे-धीरे इसका बुखार चल रहा है और हो सकता है कि आने वाले समय में दाम्बे एक टेलीविजन पर दिखाई जाने वाली प्रतियोगिता बन जाए।
इस खेल को अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाने में अफ्रीकन वॉरियर्स के संस्थापक मैक्सवेल कालू का बड़ा योगदान है। अफ्रीकन वॉरियर्स के नाम से तो यह जाना जाता है। युवा बच्चों को जो गरीब परिवार से बिलॉन्ग करते हैं, वे इस खेल में हिसा लेते हैं क्यूंकि जो अच्छा दाम्बे का वॉरियर है वह हर महीने नाइजीरिया का जो मिनिमम वेज है उसे 15 से 20 गुना ज्यादा पैसे कमा सकता है। तो एक तरह से युवा इस खेल में हिस्सा इसलिए लेते हैं ताकि वे अपने परिवार की और खुद की आर्थिक तरीके से देखभाल कर सकें।
सदियों पुरानी प्रथा का हिस्सा है दाम्बे युद्ध कला
और यह कोई नई प्रथा नहीं है, यह सदियों पुरानी प्रथा है। जब नाइजीरिया के कई जाति समूह हार्वेस्ट के समय मनोरंजन के तौर पर इस खेल को खेलते थे। ये जातीय समूह शारीरिक रूप से बहुत मजबूत होते हैं और शायद एक वजह यह भी है कि एक तरीके से यह लड़ाई करने का कौशल है।
जैसे-जैसे आप देखेंगे कि दाम्बे किस तरह से खेला जाता है, तो मिट्टी का चौकोर सा घेरा होता है। एक रेफरी होता है और दो खिलाड़ी होते हैं। इसमें कुछ रिचुअल भी होते हैं जैसे पानी पीकर अपने पर थूकना या फिर धुएं से कुछ लोग करते हैं। और कहीं तो यह भी मानता है कि जिसे हम ताबीज कहते हैं, ताबीज भी लोग पहनते हैं। और कहीं तो कुछ लोगों का यह भी मानना है कि इस रिचुअल का हिस्सा है गांजा पीना भी है, शायद इससे दर्द कम महसूस होता होगा।
लेकिन आप देखेंगे कि जो दाम्बे खेलने वाला खिलाड़ी होता है, वह अपने एक हाथ में रस्सी का कपड़ा का टुकड़ा बहुत ही कसकर बांधता है। इतना कसकर कि उसे हाथ की नसों में खून का प्रभाव महसूस ना हो। तो एक तरीके से वह हाथ एक तरह से हैवी बन जाता है और उससे ज्यादा फोर्स क्रिएट होती है। और दूसरे हाथ में वह लोग कुछ नहीं बांधते हैं। तो अगर दाएं हाथ में वह रस्सी बांधते हैं और बाएं हाथ से डिफेंस करते हैं।
यह एक नॉकआउट गेम है जो तीन राउंड तक चलता है। ज्यादा भी आ सकता है, लेकिन अक्सर 3 राउंड में खेल पूरा हो जाता है। यहां पर सबमिशन और उसका कोई प्रभाव नहीं है।
अगर आप खेल रहे हैं तो आपको चोट लगने की संभावना अधिक होती है। यदि कोई हेड गियर नहीं है और कहीं मुंह पर मुक्का पड़ गया, तो इतने तेज हाथों से आदमी को पता नहीं चलता कि वह कितनी तेज मार रहा है और कितनी तेज चोट लग रही है। तो किसी के मुंह पर, किसी की आंख पर, किसी के लंग्स पर, या चेस्ट पर चोट लग सकती है। यह उन लोगों की गलती है जो खेल रहे हैं।
दाम्बे को मिल रहा था बढ़ावा, अमेरिका और ब्राजील में हैं काफी फैंस
अफ्रीकन वॉरियर्स के संस्थापक मैक्सवेल कालू इस खेल को आगे बढ़ाने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं। यह खेल अद्भुत है और इसमें कई सुधार हुए हैं। कालू ने खुद बताया कि पहले इस खेल के खत्म होने की कोई सीमा नहीं थी, लेकिन अब दो-दो मिनट के तीन राउंड होते हैं। पहले यह खेल तब तक चलता रहता था जब तक कोई घायल नहीं हो जाता था या कोई हार नहीं मान लेता था। अब इस खेल में काफी सुधार हुए हैं और धीरे-धीरे अमेरिका, ब्राजील और कुछ पश्चिमी देशों में इसकी लोकप्रियता बढ़ रही है।
यह सिर्फ एक खेल नहीं है जो पैसे के लिए शुरू हुआ था। यह उत्तरी नाइजीरिया के हौसा जाति समूह की भावनाओं से जुड़ा हुआ एक खेल है जो उनके अतीत को दर्शाता है और उनकी योद्धा मानसिकता को दर्शाता है। इस खेल की बनावट ऐसी है कि एक हाथ में रस्सी बांधी जाती है जो हमले के लिए काम करती है और दूसरे हाथ में ढाल होती है जो अभी भी बचाव के लिए काम आती है।
इस महत्वपूर्ण खेल को जरूर देखें। यह अच्छी बात है कि एक अफ्रीका जैसे देश से, जहां इतना कौशल भरा हुआ है, वह किसी न किसी खेल के माध्यम से बाहर आ रहा है।x