अरुणाचल प्रदेश के 23 वर्षीय किकबॉक्सर योरा ताडे ने वाको इंडिया किकबॉक्सिंग चैंपियनशिप में एक मुकाबले के दौरान चोटिल होने के बाद अंतिम सांस ली।
योरा ताडे लड़ाई के दौरान होश खोने के बाद 21 अगस्त को चेन्नई के एक अस्पताल में ले जाने के बाद सोमवार की रात उनकी सर्जरी हुई।
पोस्टमॉर्टम समेत सभी जरूरी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद टाडे का शव ईटानगर लौटाया जाएगा।
अरुणाचल के मुख्यमंत्री ने राज्य के खेल सचिव को तमिलनाडु सरकार, केंद्रीय खेल और युवा मामलों के मंत्रालय और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के साथ काम करने के लिए कहा है ताकि निकाय को वापस लाया जा सके।
अरुणाचल के किकबॉक्सिंग एसोसिएशन (केएए), अरुणाचल ओलंपिक संघ (एओए), और राज्य के एथलेटिक समुदाय ने ताडे के असामयिक निधन पर दुख और दुख व्यक्त किया।
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू और खेल मंत्री जैसी कई प्रतिष्ठित हस्तियों ने अपना दुख व्यक्त किया और अपनी संवेदना व्यक्त की हैं।
पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और अधिकारी उसके शव को उसके घर भेजने की व्यवस्था कर रहे हैं।
इतने महीनों में मरने वाले टेड दूसरे भारतीय किकबॉक्सर थे। 23 वर्षीय निकिल सुरेश की जुलाई में बैंगलोर में एक राज्य टूर्नामेंट के दौरान मस्तिष्क की चोट से मृत्यु हो गई थी, जिसके बाद उनके प्रतिद्वंद्वी द्वारा चेहरे पर मुक्का मारा गया था।
खेल, पर्यावरण और वन मंत्री मामा नटुंग ने भी एक होनहार मुक्केबाज के निधन पर दुख व्यक्त किया।