PKL अब इंडियन प्रीमियर लीग के बाद दूसरी सबसे ज्यादा देखी जाने वाली लीग है.
क्रिकेट के अलावा अब कबड्डी में भी लोग अपना उत्साह दिखा रहे है.
देश के प्राचीन खेल को अब इंटरनेशनल लेवल पर ख्याति मिल रही है.
PKL में विज्ञापनों पर बरसेगा पैसा
प्रो कबड्डी लीग में चाहे कम विज्ञापन खर्च होता हो
लेकिन फिर भी पिछले सीजन के मुकाबले इस सीजन में विज्ञापन दरों में 12 प्रतिशत का उछाल देखा गया है.
पिछले सीजन के मुकाबले इस सीजन में विज्ञापन का खर्च 120 करोड़ से बड़कर 150 करोड़ हो गया है.
विज्ञापन के लिए 1.60 लाख रुपए प्रति 10 सेकंड के हिसाब से फाइनल मुकाबले में यह विज्ञापन दर रहने की सम्भावना है.
पीकेएल सीजन 8 ने 227 मिलिओं के संचयी टीवी दर्शको और
148 मिलियन की ओटीटी पहुच दर्ज की थी
जबकि ओटीटी दर्शको की वृद्धि का कोई अनुमान नहीं है.
विज्ञापनदाताओं को सीजन नौ में टोवी दर्शकों के 275 मिलियन को पार करने का अनुमान है.
सीजन 8 को भारत में स्टार स्पोर्टस , स्टार सुवर्णा प्लस टीवी चेनलों प्रसारित किया गया था.
लाइव स्ट्रीमिंग Disney + hotstar एप और वेबसाइट पर उपलब्ध थी.
आगामी सीजन ने खिलाड़ियों की फीस के मामले में पहले ही एक मानक स्थापित कर दिए हैं.
शीर्ष भारतीय खिलाड़ियों में पवन सेहरावत इस सीजन के सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए हैं
जिन्हें टीम ने 2 करोड़ से ज्यादा की कीमत में खरीदा है.
प्रायोजकों में लगी होड़
पिछले सीजन की प्रायोजक सीएमओ रुचिका गुप्ता का कहना है
कि हर गुजरते सीजन के साथ अधिक दर्शकों को कैसे प्राप्त कर लिया जाए
इस पर सम्पत्ति को थोडा और बढ़ाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि विज्ञापनदाता
जो इस समय इस सम्पत्ति पर दांव लगा रहे हैं वे ज्यादातर हमारी जैसी श्रेणियां से हैं
विपनक भारत में भीतरी इलाकों और जनता से जुड़ना चाहते हैं.
इस साल PKL एक बड़े लेवल पर होने वाला है और चार से पांच शहरों में संचालित होगा
और प्रशंसकों और दर्शकों के लिए भी स्टेडियम में जगह उपलब्ध रहेगी.
जिससे विज्ञापनदाताओं को सोशल और डिजिटल मीडिया पर ऑन ग्राउंड
एक्टिवेशन प्रतियोगिताओं के माध्यम से अपने प्रमुख तीजी के साथ जुड़ने का अधिक अवसर मिलेगा.