प्रो कबड्डी लीग में कबड्डी खिलाड़ी अपनी टीम को जीताने के लिए हर दम प्रयास करते है.
ऐसे में प्रो कबड्डी लीग में हर आयु वर्ग के खिलाड़ी खेलते है.
कुछ खिलाड़ी अनुभव के आधार पर अपने क्षेत्र के खेल में
दिग्गज बन जाते है. ऐसे खिलाड़ी साबित करते है कि ग्राउंड पर उम्र सिर्फ एक नम्बर है.
जानते है उनके बारे में जो इस लीग में सबसे उम्र दराज खिलाड़ी है.
धर्मराज ऐसे ही कबड्डी के दिग्गज खिलाड़ी है जिन्होनें अपनी उम्र से दर्शकों को हैरान किया है.
45 साल की उम्र में उन्होंने सीजन 7 में हरियाणा टीम की कप्तानी की थी.
सबसे उम्रदराज कबड्डी खिलाड़ी
और इसी के साथ उन्होंने रिटायरमेंट लिया था. उन्होंने अपने करियर में कुल नौ स्वर्ण पदक जीते थे.
वहीं कबड्डी के दिग्गज खिलाडी जीवा भी कबड्डी के खेल इतिहास में सबसे
बेहतरीन प्लेयर में से एक है. उन्होंने 2010 के एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता और
तब से पीकेएल में भी खेल रहे है. कन्याकुमारी में जन्मे जीवा सुपर टैकल
में महारत हासिल कर चुके है.पिछले सीजन में उन्होंने 39 साल की उम्र में
दिल्ली की कप्तानी की थी. उन्होंने लीग में 102 मैच खेले हैं. टेकडाउन
टाइगर के नाम से मशहूर खिलाड़ी ने कई टीमों के साथ साझेदारी की है.
दिग्गज खिलाड़ी जोगिन्दर भी सबसे उम्रदराज खिलाड़ियों में से एक हैं.
उनके बेटे विनय नरवाल को भी दिल्ली द्वारा लिया गया था.
इसी के साथ वह पिता-पुत्र की जोड़ी पहली थी जो लीग में साथ में खेली थी.
जानिये लीग के सबसे उम्रदराज खिलाड़ियों के बारे में
जोगिन्दर ने हरियाणा का हिस्सा रहते हुए भी टीम में बेहतरीन प्रदर्शन किया था.
कबड्डी के दिग्गज खिलाड़ियों में शामिल मंजीत को भी सबसे उम्रदराज
खिलाड़ी के रूप में पहचान मिली है. उनके खाते में 40 टैकल और 67
रेड पॉइंट्स भी शामिल है. उनके प्रतिनिधित्व में भारतीय टीम ने दो
एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक भी जीता था. 30 से ऊपर की उम्र होने
के बावजूद मंजीत डिफेंस में काफी अच्छे हैं.
अजय ठाकुर की बात करें तो वह राष्ट्रीय टीम के पूर्व खिलाड़ी भी है. 36
वर्षीय हिमाचली खिलाड़ी बेहतरीन खिलाड़ियों में शामिल है.