उत्तरप्रदेश के ब्लॉक महेवा की ग्राम पंचायत उरेंग के कबड्डी खिलाड़ी भानु प्रताप सिंह ने सफलता के नए आयाम स्थापित किए हैं. उन्होंने कम संसाधनों में भी अपने प्रदर्शन में निखार लाकर क्षेत्र का नाम रोशन किया है. खेत में प्रैक्टिस करते हुए उन्होंने अपना नाम राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाया है. उनका अगला लक्ष्य अब कबड्डी लीग में हिस्सा लेने का है. जिसके लिए भी वह दिन-रात प्रैक्टिस करते रहते हैं.
उरेंग गांव के भानु ने संसाधनों के बिना कमाया नाम
उरंग गांव के रहने वाले भानु के पिताजी देवेन्द्र सिंह चौहान प्राथमिक विद्यालय में शिक्षामित्र हैं. बचपन से ही भानु की रूचि खेल-कूद में ज्यादा थी. भानु ने मात्र छठी कक्षा में ही राज्य स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता में हिस्सा लेना शुरू कर दिया था. और इतना ही नहीं गोल्ड मैडल भी उन्हें मिला था. कोरोना काल में उन्होंने कबड्डी की जमकर प्रैक्टिस करना शुरू की थी. और इतना ही नहीं गोरखपुर, बुलंदशहर, बहराइच , लखनऊ में कबड्डी प्रतियोगिता में भाग भी लिया था. और उनकी टीम इन प्रतियोगिता में विजेता भी घोषित हुई थी.
पिछले साल उन्होंने मुजफ्फरनगर में कबड्डी की सब जूनियर स्टेट लीग में भाग लिया था. और अच्छा प्रदर्शन कर टीम को विजेता बनाने में भी सफलता हासिल की थी. इसके बाद उनका चयन राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में हुआ था. जैसलमेर में आयोजित हुई जूनियर प्रतियोगिता में उत्तरप्रदेश की टीम से खेलने पर उनका प्रदर्शन शानदार रहा था. और उनकी टीम को इसमें जीत भी मिली थी.
भानु से जब उनकी यात्रा के बारे में बात कि तो उन्होंने इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और कोच को दिया. उनके कोच रवि कुमार ने ही उन्हें कबड्डी की बारीकियों से अवगत कराया था. वह गांव के युवाओं को भी कबड्डी के खेल के लिए प्रोत्साहित करते हैं. उन्होंने रोहतक में होने वाली कबड्डी लीग में भी आवेदन किया था. भानु कबड्डी के क्षेत्र में अपना आदर्श पवन सेहरावत को मानते हैं. भानु की दिल से इच्छा है कि वह पवन के साथ कबड्डी खेले और उनसे कबड्डी की और बारीकियां सीखे. भानु की प्रतिभा किसी भी परिस्थिति की मोहताज नहीं है. उन्होंने अपने परिश्रम के बलबूते पर ही यह मुकाम हासिल किया है.