जम्मू-कश्मीर ओपन लीग पुरुष चैंपियनशिप के फाइनल में शानदार गेम देखने को मिला.
केके हक्कू स्टेडियम में खेले गए हॉकी के फाइनल
मुकाबले में खालसा हॉकी क्लब ने दशमेश हॉकी क्लब को 3-1 से हराकर चैंपियनशिप अपने नाम कर ली है.
मैच के बारे में बात करें तो दशमेश क्लब ने पांचवें मिनट
में बढ़त बना ली थी जब उसके कप्तान राजवीर सिंह ने
मैच के पहले क्वार्टर में पेनल्टी कार्नर को गोल में बदल दिया
खालसा ने जीता पुरुष चैंपियनशिप का खिताब
जबकि दूसरे और तीसरे कार्टर में दोनों टीमों द्वारा कई
आक्रमण करने के बावजूद गोल नहीं किया गया.
खालसा क्लब की ओर से खेल के चौथे क्वार्टर में 53 वें मिनट में मनप्रीत सिंह
ने गोल में पेनल्टी कार्नर को गोल में तब्दील कर दिया.
क्लासिक चाल गगनदीप, गुरप्रीत और मनप्रीत द्वारा बनाई गई थी.
जयवीर ने जर्सी नम्बर पांच ने 55 वें मिनट में फील्ड गोल किया
और खालसा क्लब को बढ़त दिला दी. मनप्रीत ने 56 वें मिनट में
फिर गोल दागकर अपनी टीम की बढ़त मजबूत कर दी.
हॉकी जम्मू-कश्मीर के महासचिव डॉक्टर तरण सिंह ने
इस चैंपियनशिप के आयोजन में समर्थन के लिए जम्मू-कश्मीर खेल परिषद
विशेष रूप से सचिव नुजहत गुल को धन्यवाद दिया.
खिलाड़ियों में दिखा खेल को लेकर उत्साह
इस अवसर पर हॉकी जम्मू-कश्मीर के उपाध्यक्ष आरएस कुकू मुख्य
अतिथि थे और उन्होंने सतपाल सिंह प्रबन्धक केके हक्कू स्टेडियम
की उपस्थिति में पुरस्कार प्रदान किए जिन्होंने इस कार्यक्रम में
सम्मानित अतिथि के रूप में भाग लिया. हॉकी जम्मू-कश्मीर के अध्यक्ष राजीव शर्मा
ने अपने सन्देश में जम्मू-कश्मीर में हॉकी के स्तर को लाने के लिए हॉकी
जम्मू-कश्मीर के प्रयासों की तहे दिल से सराहना की. उन्होंने आगे कहा कि
जम्मू में अच्छे खिलाड़ी पैदा करने की क्षमता है और हॉकी जम्मू-कश्मीर इस
दिशा में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहा है.
आज के मैचों में अंपायर के रूप में जसविंदर सिंह, अंगत सिंह और जसप्रीत सिंह ने
अंपायरिंग की जबकि अंजली, दलविंदर सिंह, गीता और साहिल कुमार मैच के तकनीकी अधिकारी थे.