अगर कोई भी पूरी लगन और मेहनत के चलते काम करता है तो उसकी मंजिल उसे मिल ही जाती है. और साड़ी दिक्कतें छोटी हो जाती है. ऐसा ही कुछ उत्तरप्रदेश के कुछ बच्चों ने कर दिखाया है मंजिल भी उनके कदम चूमती है जो मेहनत के रास्ते पर चलता है. ये बच्चें अब केडी सिंह बाबू सब जूनियर प्रतियोगिता में नजर आने वाले हैं.
सब जूनियर प्रतियोगिता में निखरेंगे कमाल के हुनर
लखनऊ में 27 फरवरी से 5 मार्च तक मोहम्मद शाहिद स्टेडियम में इस प्रतियोगिता का आयोजन किया जाना है. केडी सिंह बाबू सोसाइटी की ओर से इस प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है. इसके लिए यह बच्चे इन दिनों लखनऊ में आए है और बहुत प्रैक्टिस कर रहे हैं. वहीं जब इन बच्चों से मीडिया वालों ने बात कि तो मेरठ के 14 साल के अमन शर्मा ने बताया कि वह पिछले दो सालों से हॉकी की प्रैक्टिस कर रहे हैं. उनके पिता ड्राईवर है और मां छोटी सी कंपनी में मैनेजर है.
उन्होंने कहा कि, ‘मेरी तैयारी पूरी है और सपना यही है कि जीतने पर माता-पिता को गर्व महसूस करा सकें. लेकिन पहली बार में उन्हें रिजेक्ट कर दिया था. दूसरी बार में उन्हें इस प्रतियोगिता के लिए चयनित किया गया है.
वहीं गाजीपुर के रहने वाले 11 वर्षीय नितिन राजभर ने बताया कि उनके पिता के सीमेंट की दूकान है. इसी के जरिए उनके पिता ने उनकी प्रैक्टिस कराई और उन्हें खेलने भेजा है. वहीं शिवांशु शुक्ला ने बताया कि उनके पिता ड्राईवर है और बड़ी मुश्किल से उन्होंने उन्हं यहां खेलने भेजा है. और उनका लक्ष्य है कि वह इस प्रतियोगिता को जीते.
बता दें इस टीम में कई ऐसे बच्चें है जो आर्थिक स्थिति में काफी न्यून है. किसी के पिता के चाय की दूकान है तो किसी की मां दूसरों के घरों में काम करने जाती है. बता दें इन बच्चों को मुकुल लाल शाह और खुर्शीद ट्रेनिंग दे रहे हैं. बता दें इस प्रतियोगिता को जीतने वाली टीम को दस लाख रुपए मिलेंगे.