कबड्डी एशिया में सबसे तेजी से लोकप्रिय होने वाल खेल बन रहा है
क्योंकि अब तक 28 देशों ने एशियाई खेलों में पुरुषों और महिलाओं की स्पर्धा में भाग लेने में रूचि दिखाई है.
बता दें एशियाई खेल अगले साल 23 सितम्बर से 8 अक्टूबर तक खेले जाएंगे.
इसमें से कबड्डी के खेल के लिए 28 नाम आए है जिनमें से 11 महिलाओं के लिए
और 17 पुरुषों के लिए आए है. एशियाई कबड्डी महासंघ के महासचिव मोहम्मद सरवर ने भी इस बारे में बात की है.
उन्होंने इस बारे में बात करते हुए कहा कि हम कबड्डी को पूरे एशिया में विकसित
करना चाहते है. हमने एशियाई खेलों के लिए कोई क्वालिफिकेशन इवेंट शामिल नहीं किया है.
एशिया के खेलों में जुड़े ज्यादा से ज्यादा कबड्डी की टीमें
यह देखना बाकी है कि कितने देश एशियाई खेलों में भाग लेने में रूचि दिखाते है और
कितने अपने नाम वापिस लेते हैं. लेकिन नाम में ऊपर बढ़ता रुझान काफी अच्छा है.
सरवर ने कह कि इच्छुक देश मार्च 2023 तक अपने नाम भेज सकते हैं.
2018 में इंडोनेशिया में आयोजित पिछले एशियाई खेलों में 11 देशों
ने पुरुषों की स्पर्धा में भाग लिया जबकि नौ ने महिलाओं की स्पर्धा में भाग लिया था.
एशिया में हो रहा है कबड्डी का प्रसार
कुछ साल पहले तक सिर्फ भारत और पकिस्तान हे इस खेल में महारत हासिल किए हुए थे
लेकिन अब ईरान, दक्षिण कोरिया और भी कई देशों ने इस खेल में
अपनी सहभागिता दर्ज कराई है. 2018 के एशियाई खेलों में पुरुष
वर्ग में ईरान ने स्वर्ण तो महिला वर्ग में दक्षिण कोरिया ने रजत पदक जीता था.
जबकि भारत और पाकिस्तान को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा था.
सरवर ने कहा कि पीकेएफ़ ने कबड्डी लीग के लिए एक समूह से चार साल
का करार किया है. उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि यह आयोजन साल के अंत
तक हो पाएगा. सरवर ने कहा कि सिंध और बलूचिस्तान में कबड्डी को लोकप्रिय
बनाने के लिए इन दोनों प्रान्तों के लड़कों को भी लीग में शामिल किया जाएगा.