Jugren kloop बोले मे ये तीसरे गोल को नही मानता, ब्रेन्फोर्ड बनाम लिवरपूल के प्रीमियर लीग मैच मे ब्रेंटफोर्ड ने लिवरपूल को 3-1 से हरा दिया था। ये ब्रेंटफोर्ड के के लिए ये एक ऐतिहासिक दिन भी था। क्यूँकि सं 1938 के बाद ब्रेंटफोर्ड लिवरपूल को हराने मे कामयाब हुआ है। पर इससे भी एक और किस्सा मैच के आखरी हिस्से मे हुआ जब एमबीयूमो के द्वारा ब्रेंटफोर्ड के लिए जब तीसरा गोल दागा गया उसमे उन्हे फॉउल् होना चाहिए था जो नही दिया गया इसलिए मे 3 गोल को नही मानता करके लिवरपूल के मैनेजेर jugren kloop ने कहा।
VAR के निर्णय मे होने चाहिए बदलाव
Jugren kloop ने मैच के रेफरी स्टुअर्ट अट्टील् को लिवरपूल की हार का दोषी मानते है, जहाँ उन्होंने ब्रेंटफोर्ड के द्वारा किए गए तीसरे गोल को लाजमी बोलकर उसे गोल करार दिया था। ब्रेन्फोर्ड ने प्रीमियर लीग मे अपने आप को सातवे पायदां मे डाल दिया है। जहाँ योएन विस्सा और ब्रायन एमबीयूमो और इब्राहिमा कोनाटे का ओन गोल ने ब्रेंटफोर्ड को 3-1 की जीत दिलाई थी। एलेक्स ने दूसरे हॉफ मे ही लीड को दुगना कर लिवरपूल को पहले ही मुश्किल मे डाल दिया था।
Kloop बहुत ही गुस्से मे थे जब अट्टेल ने वो गोल ब्रेन्फोर्ड के नाम दिया था। और पुरे लिवरपूल के खिलाड़ियों ने रेफरी की घेर लिया था कहते हुए एमबीयूमो ने कोनाटे के उपर फॉउल् किया है और ये गोल दरकिनार होना चाहिए। मीडिया से बात करते हुए kloop ने कहा ये तीसरा गोल कैसे दिया गया मुझे तो अभी भी समझ नही आ रहा है।
पढ़े : Brentford ने 84 साल के बाद लिवरपूल पर जीत हासिल कि
उस समय जब आप बहुत तेजी के साथ दौड़कर आते हो , तो आपको धक्का लगने पर आप गिर जाते हो बिना बैलेंस के और रेफरी को लगा कि ये फॉउल् नही है। और VAR भी कुछ ठीक से प्रेडिट् नही कर पाता है, कि क्या सही है और क्या गलत है जब दूसरे से राउंड ऑफ होकर गिरते हूँ तो वो फॉउल् ही तो माना जाता है।
ये तीसरा गोल मुझे किसी भी मायने मे सही नही लगता है, वो एक फॉउल् है और फॉउल् ही रहेगा। ये तीसरे गोल कि मेरे लिए लाजमी नही माना जाएगा। kloop ने ऑफिशियलस पर पर भी हाथ खडा किया कि वो इस मामले को नही छोड़ेंगे।