हॉकी इंडिया द्वारा पहली बार जूनियर जोनल चैंपियनशिप का आयोजन किया गया था. जिसमें रविवार को फाइनल मुकाबले खेले गए थे. जिसमें अपने-अपने जोन में पंजाब, झारखण्ड, मध्यप्रदेश और तमिलनाडु टीम ने खिताब अपने नाम किया था. इन टीमों के खिलाड़ियों ने जितना संघर्ष किया उतना ही इनके कोच ने भी किया है.
जूनियर जोनल चैंपियनशिप पर टीमों के कोच ने रखा अपना मत
मैच में विजेता बनने के सन्दर्भ में जब इन विजेता टीमों के कोच से बात कि गई तो जानिए इन सभी ने क्या विचार रखे और क्या बात की है. शबे पहले बताते हैं पंजाब टीम के कोच जगदेव ने क्या कहा है. बता दें पंजाब टीम ने उत्तरप्रदेश टीम को 3-2 से हराया था. इस बारे में जगदेव ने कहा कि, ‘यह एक शानदार टूर्नामेंट रहा है. खिलाड़ियों की ओर से शानदार प्रदर्शन किया गाय था. और इन टूर्नामेंट के आयोजन से खिलाड़ियों का विकास होता है.’
दूसरी ओर बात करें विजेता टीम झारखण्ड कि तो इसने फाइनल में उड़ीसा को हराया था. हॉकी झारखण्ड के कोच मनीष ने बताया कि, ‘उनकी जो टीम चुनी गई थी वो बेहतरीन रही है. हालांकि उनकी टीम में अनुभव की कमी थी. फिर भी खिलाडियों ने शानदार प्रदर्शन कर टीम को ख़िताब जीताया था.
दूसरी और मध्यप्रदेश की टीम ने राजस्थान की टीम को हराते हुए यह खिताब जीता था. इस टीम के कोच ने कहा कि, ‘यह खिलाड़ियों के लिए शानदार अवसर रहा है. उन्हें नेशनल के लिए चुना गया था. साथ ही उन खिलाड़ियों के लिए भी जो नेशनल के दबाव को महसूस कर सकते है और अपनी पूरी क्षमता से प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं.’
तमिलनाडु की हॉकी इकाई ने हॉकी कर्नाटक को शूटआउट में 2-2 से हराकर दक्षिण क्षेत्र में जीत हासिल की थी. तमिलनाडु की हॉकी टीम के कोच अरविन्द ने कहा कि, ‘टीम में पहले कुछ समन्वय मुद्दे थे. लेकिन पहला मैच अच्छा रहा था.