सुल्तान जोहोर कप के चैंपियन भारत ने फाइनल मुकाबला काफी रोमांचक अंदाज में जीता था. नाटकीय भरे इस मैच में पेनल्टी शूटआउट से इसका फैसला हुआ था. जूनियर हॉकी टीम के कप्तान उत्तम सिंह ने शानदार तरीके और सूझबूझ तरीके से टीम को जीत के करीब पहुंचाया. यह मैच भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 1-1 से बराबरी पर था पान शूटआउट के बाद भी फैसला नहीं हो पा रहा था.
उत्तम सिंह ने जोहोर कप में निभाई अहम भूमिका
दोनों टीमों पर दबाव बहुत था लेकिन फिर वहीं स्टिक थामे उत्तम सिंह ने कमान सम्भाली. और पहले ही स्ट्रोक में जोरदार गोल किया. एक बार के लिए तो सभी की साँसे थम गई थी. उन्होंने आगे ड्रिबल करते हुए गोलकीपर की तरफ गेंद को धकेला. लेकिन एक बार के लिए लगा था कि मैच हाथ से निकल गया था. लेकिन जैसे विरोधी टीम का गोलकीपर गिरा भारत ने जीत को निश्चित कर दिया था. 20 वर्षीय कप्तान उत्तम सिंह और टीम ने उत्साह बनाया और जीत पर ख़ुशी जाहिर की.
मीडिया से बात करते हुए उत्तम सिंह ने कहा कि, ‘जब मैं जूनियर टीम में जूनियर हुआ करता था लेकिन अब में टीम का कप्तान भी हूँ और सीनियर भी हूँ. इस हिसाब से मुझपर ज्यादा जिम्मेदारी बनती है. और टूर्नामेंट में मैं यही सोच रहा था कि मुझे कम से कम गलतियाँ करनी है.’
उन्होंने आगे कहा कि, ‘यह हम सभी के लिए यह बहुत गर्व का पला था क्योंकि हमने 2014 के बाद से इस ट्रॉफी को अपने नाम नहीं किया था.’ उत्तम सिंह के बारे में बात करें तो इस साल उन्होंने एशिया कप में हिस्सा लिया था. उन्होंने मात्र 10 साल कि उम्र में ही हॉकी खेलना शुरू किया था. और उन्होंने करमपुर हॉकी स्टेडियम से अपने करियर की शुरुआत की थी.
उत्तम सिंह भारतीय टीम युवा खिलाड़ियों में से एक हैं जो काफी प्रतिभावान हैं. उन पर टीम को सुल्तान जोहोर कप जीताने में अहम भूमिका निभाई हैं.