Image Source : Google
जापान में आयोजित होने वाले जूनियर एशिया कप के लिए टीम का चयन हो चुका है. वहीं इस टीम में झारखण्ड की तीन खिलाड़ियों का चयन हुआ है जो काफी संघर्षों के साथ इस मुकाम तक पहुंची है. दीपिका और महिमा दोनों खिलाड़ियों ने काफी संघर्षों के बाद टीम में जगह बनाई है. दोनों खिलाड़ी मजदूर परिवार से सम्बन्ध रखती है. वहीं दीपिका के पिताजी का निधन पहले बचपन में ही हो गया था.
झारखण्ड की तीन खिलाड़ियों ने बनाई जगह
बता दें दीपिका सोरेंग जिले की रहने वाली हैं. वहीं उनके पिता की हत्या हो गई थी जब ये बहुत छोटी उम्र की थी. इसके बाद उनकी मां ने ही उनकी परवरिश की थी. वहीं उन्होंने मेहनत मजदूरी कर उनको बड़ा किया था. और इस काबिल बनाया कि वह अपनी मेहनत से अपना सपना पूरा कर सके. इसके बाद दीपिका का हॉकी प्रति रुझान बड़ा था तो उन्होंने इसी दिशा में जाते हुए अपना सपना पूरा किया है.
वहीं इसी जगह से रोपनी का चयन भी हुआ है. उनके भी पिता रातू का निधन हो गया था जब वह काफी छोटी थी. उसके बाद उनकी मां ने उनका ध्यान रखा था और उनके सपने को पाने में सहयोग दिया था. इन्होने नेशनल खेला है लेकिन इंटरनेशनल पहली बार खेलने जा रही है. अपने सपने को पूरा करने में वह अपनी मां सहयोग ज्यादा मानती है.
वहीं बात करें महिमा कि तो वह सलीमा की बहन है. घर की हालत ठीक ना होते हुए भी उन्होंने हार नहीं मानी थी और अपने मुकाम में पहुंचने में सफलता हासिल की है. बता दें कि तीनों खिलाड़ियों ने साल 2017 में सब जूनियर नेशनल प्रतियोगिता में झारखण्ड टीम से खेला था और गोल्ड भी जीता था. इसके बाद तीनों खिलाड़ियों ने झारखण्ड से जूनियर खेलकर टीम के लिए गोल्ड जीता था.
बता दें ये तीनों खिलाड़ी बड़े संघर्षों के बाद टीम में जगह बना पाई है. वहीं इन खिलाड़ियों पर सभी कि नजरें रहने वाली है.