विवो प्रो कबड्डी लीग देशभर में ही नहीं बल्कि दुनिया काफी ख्याति प्रप्त कर चुका है. इसकी फैन फॉलोविंग काफी ज्यादा है. हाल ही में इसका नौवां सीजन खेला गया था जिसमें खिलाड़ियों ने शानदार खेल प्रदर्शन करते हुए दर्शकों का दिल जीता था. लेकिन PKL के नियम को लेकर दर्शकों में काफी कंफ्यूजन रहता है. ऐसे में उन्हें पता नहीं चल पाटा कि अंपायर किस स्थिति में पॉइंट्स देता है और कैसे रेडर को आउट करार दिया जाता है.
PKL के नियम पर डालिए एक नजर
बिना रेडर के छुए ही उसे अंक मिल गया और रेडर बाहर हो गया था. लेकिन इसनियम के अंतर्गत रेडर आउट नहीं है क्योंकि नियम के अनुसार रेडर का हाथ लाइन के पीछे तक आना चाहिए. अगर वह लाइन पर अधूरा हाथ लगाता ही रेडर आउट माना जाएगा. वहीं बात करें बोनस पॉइंट्स कि तो इसमें एक पैर बोनस लाइन के पार होना चाहिए. वहीं इसी स्थिति में दूसरा पैर हवा में होना चाहिए. तभी रेडर को बोनस अंक मिलता है.
वहीं बोनस अंक तभी खिलाड़ी को दिया जाता है जब डिफेंडर टीम में छह या उससे अधिक खिलाड़ी मौजूद रहे हों. वहीं एक और नियम है जिसके अंतर्गत डिफेंडर को नहीं बल्कि रेडर को आउट माना जाता है. अगर रेडर मिडल लाइन को पकड़े हुए है और साथ ही डिफेंडर रेडर को भी पकड़े हुए है तो इसमें रेडर आउट माना जाता है. दरअसल रेडर को मिडल लाइन छूना है. वहीं ध्यान भी रखना है कि पैर लाइन के अंदर होना चाहिए. ऐसे नहीं होने पर रेडर आउट होता है.
वहीं एक और नियम बता दें कि अगर दो खिलाड़ियों ने एक-दूसरे का हाथ पकड़ा हुआ है. और इसी बीच रेडर आकर उनकी मुठ्ठी पर हाथ लगा देता है तो इस समय दोनों खिलाड़ियों को आउट माना जाता है. और अगर वहीं उन दोनों खिलाड़ियों ने कलाई से एक दूसरे को पकड़ा हुआ है तो फिर जिस खिलाड़ी पर हाथ लगा है वही आउट माना जाएगा.
