भारतीय महिला होककय टीम इस महीने से शुरू होने वाले FIH नेशन्स कप हॉकी टूर्नामेंट के चलते काफी तैयारियों में जुटी हुई है. इसके लिए टीम की घोषणा भी हो चुकी है और सविता पुनिया टीम की कमान सम्भालेंगी. जबकि दीप ग्रेस एक्का टीम की उपकप्तान नियुक्त की गई हैं. यह टूर्नामेंट आयोजित होने से पहले नजर डाल देते हैं महिला हॉकी टीम की कुछ पांच दिग्गज खिलाड़ियों के बारे में.
पांच महिला हॉकी खिलाड़ियों के बारे में जाने
सबसे पहले बात करें फॉरवर्ड खिलाड़ी वन्दना कटारिया कि जिन्होंने भारतीय महिला हॉकी के इतिहास में सबसे ज्यादा मैच खेलें हैं. उन्हने 276 मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है. और 2013 महिला हॉकी जूनियर विश्व कप में टीम के लिए ज्यादा गोल करने वाली खिलाड़ी भी बनी थीं.
दूसरे स्थान पर बात करें तो मौजूद कप्तान सविता पूनिया है जिन्होंने अब तक 255 मैच खेलें हैं. उन्हें आने वाले टूर्नामेंट के लिए हॉकी टीम की कमान भी सौंपी हैं. उन्हें ग्रेट वॉल ऑफ इंडिया के नाम से भी जाना जाता है. उन्हें उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए अर्जुन अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है.
वहीं बात करें हॉकी महिला टीम की उपकप्तान दीप ग्रेस एक्का कि उन्होंने 252 मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है. उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत को कांस्य पदक दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी. उन्हें भी इस साल अर्जुन पुरुस्कार के लिए चुना गया था.
तीसरे स्थान पर हैं रानी रामपाल जिन्होंने 250 मैचों में भारत के लिए योगदान दिया है. 2010 में विश्वकप में हिस्सा लेने वालीं रानी सबसे कम उम्र की खिलाड़ी भी थी. उस समय वह सिर्फ 15 साल की थी. फिलहाल वह टीम से बाहर चल रही है और आगामी टूर्नामेंट में भी उन्हें शामिल नहीं किया गया है.
पांचवें स्ठान पर है रितु रानी जो 248 मैचों में भारतीय टीम का हिस्सा रही हैं. वह देश के लिए सबसे कम उम्र की कप्तानों में शामिल है. वह महज 14 साल की उम्र में ही राष्ट्रीय टीम का हिस्सा बन चुकी थी. उन्होंने साल 2014 में एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली टीम का नेतृत्व किया था.