जानें फ़्यूरि के करियर के कुछ कमाल के मैचेस् के बारें मे, टाइसन फ़्यूरि बॉक्सिंग के हेवीवेट चैंपियन है, उनका स्ट्रीक काफी लंबा चल रहा है WBC के चैंपियन के तौर पर। अगले महीने फ़्यूरि अपनी लडाई यूएफसी के फोर्मेर चैंपियन नगनौ के खिलाफ अक्तूबर 28 को लड़ने जा रहे है, ये लडाई एक नॉन टाइटल लडाई होगी जो पुरे बॉक्सिंग रूल्स के साथ होगी। इस मुकाबले मे कुल 10 राउंड होंगे जिसमे तीन जज इस मुकाबले की निगरानी और निर्णय करेंगे। फ़्यूरि ने कहा वो अपने अगले मुकाबले पुरी तरह से जोश और तयारी से उस दिन का इंतज़ार कर रहे है।
उस्यक् और फ़्यूरि के बीच की लडाई बंद
लेकिन ये फ़्यूरि की मजबूरी है कि उन्हे नगनौ के खिलाफ लडाई करनी पड़ रही है, उन्होंने कहा कि मेने हर किसी को चेल्लेंज करने की कोशिश की, वाइल्डर हो या जोशुआ या अन्य कोई भी हेवी वेट बोक्सर लेकिन कोई भी मेरे साथ लड़ने के लिए तयारी नही हो रहा है, यहाँ तक तो उस्यक् और फ़्यूरि के बीच एक अच्छी लडाई का पल बन ही रहा था, की ऐन मौके पर सब कुछ बदल गया।
दो बार जोशुआ को हरा देने के बाद, WBA, IBF हेवीवेट चैंपियन उस्यक् को फ़्यूरि ने चेल्लेंज किया था, हेवी वेट मुकाबले के लिए क्यूँकि उस समय पर ये दोनो ही नाबाद बोक्सर्स के रूप मे दिख रहे थे। फ़्यूरि के चेल्लेंज को भी उस्यक् ने स्वीकार कर लिया था। फिर वो दिन आया जहाँ दोनो बोक्सर्स की टीम पर्स बीड के लिए बेठी थी।
लेकिन जाते जाते मामला खराब होता जा रहा था, फ़्यूरि ने अपनी बात रखी जहाँ उन्होंने कहाँ 70-30 का पर्स बीड ही रखेंगे और बिना रिमैच् का मुकाबला होगा पर उस्यक् की टीम ने रिमैच् की माँग की, लेकिन फ़्यूरि नही माने और इसके बाद क्या था, उस्यक् बीच मे ही उठकर चले गए थे। लेकिन कुछ दिन बाद फ़्यूरि रिमैच् के लिए मान गए पर तब तक उस्यक् अपने मंडटरी लडाई के लिए बुक हो चुके थे, जहाँ वो अपना WBA टाइटल डुबोइस के खिलाफ दाव पर रखेंगे।
फ़्यूरि के टॉप मुकाबले के बारे मे एक नज़र
फ्यूरी ने खुद को कैनवास से उतारकर अपनी सबसे बड़ी जीत हासिल की है। वह अक्सर एक निराशाजनक पहेली है जिसे सुलझाने के लिए उसके विरोधियों को हमेशा संघर्ष करना पड़ता है। एक बड़ा आदमी जिसके पैर हल्के हैं और उसकी पहुंच बेहद लंबी है, वर्तमान डब्ल्यूबीसी हैवीवेट चैंपियन हेवीवेट मुक्केबाजी में अब तक देखी गई सबसे अजीब लड़ाई शैलियों में से एक को प्रदर्शित करता है।
टायसन फ्यूरी बनाम ओटो वालिन
जिप्सी किंग’ ने लास वेगास के टी-मोबाइल एरिना में अपराजित स्वीडन के ओटो वालिन से मुकाबला किया। कई प्रशंसकों ने वालिन को गंभीरता से नहीं लिया। उन्होंने उसे एक साधारण वार्मअप फ्यूरी के रूप में देखा, जो अंतत: डोंटे वाइल्डर के साथ अपने लंबे समय से प्रतीक्षित रीमैच को सुरक्षित करने के लिए आगे बढ़ेगा। घटनाओं के एक चौंकाने वाले मोड़ में, न केवल अति-आत्मविश्वास वाले स्वेड ने फ्यूरी से लड़ाई की।
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बल्कि उसे छोड़ दिया, ब्रिटिश सेनानी के चेहरे पर खूनी गंदगी थी। वालिन ने तीसरे राउंड में बायां हुक मारा जिससे फ्यूरी की दाहिनी आंख के ऊपर कट लग गया। कट से रक्तस्राव कभी नहीं रुका और बाकी मुकाबले में ‘द जिप्सी किंग’ के लिए बाधा उत्पन्न हुई। कई लोगों को आश्चर्यचकित करते हुए।
अपने सामान्य तेज़ फ़ुटवर्क का उपयोग करने के बजाय, फ्यूरी स्वेड के सामने खड़ा हो गया और अधिक स्थिर लड़ाई लड़ी।टायसन ने कट के माध्यम से संघर्ष किया और एक गंभीर प्रदर्शन दिया। फ्यूरी सर्वसम्मत निर्णय से जीत के साथ अपने प्रतिद्वंद्वी को मात देने में कामयाब रहे।
टायसन फ्यूरी बनाम व्लादिमीर क्लिट्स्को
जब इस लडाई को क्लिट्स्को ने अपनाया था तब सायद किसी ने ये नही सोचा होगा की क्लिट्स्को का पासा उनके उपर ही उल्टा पड़ जाएगा।यूक्रेनी चैंपियन ने लगभग एक दशक तक हैवीवेट डिविजन पर अपना दबदबा बनाए रखा था, तो ये केसे मुमकिन था की टाइसन उन्हे हरा देगा।
हालाँकि यह सबसे रोमांचक मैच नहीं था जितना सोचा गया था, ‘द जिप्सी किंग’ ने पुरी तरह से मैच को अपने नाम किया। लगभग एक दशक तक, कई मुक्केबाजी प्रशंसकों और पंडितों का मानना था कि क्लिट्स्को को हराने का एकमात्र तरीका नॉकआउट स्कोर करना था। लेकिन फ़्यूरि नॉकआउट के लिए नहीं गए, बल्कि उन्होंने अपना एक अलग तरीका बनाया उनसे लड़ने को।
उन्होंने बहुत ही अलग शैली के साथ लड़ना शुरू कर दिया था, जिस वजह से क्लिट्स्को पुरी तरह से बेसुद् नज़र आ रहे थे। एक चैंपियन जो अपने से लंबे प्रतिद्वंद्वी से लड़ने का आदी नहीं था, पूरे मुकाबले में पूरी तरह से हतप्रभ नजर आया। उन्होंने अपनी लय पाने के लिए संघर्ष किया और शायद ही कभी अपना प्रसिद्ध दाहिना क्रॉस फेंका। फ़्यूरि ने अपने हल्के पैरों और घबराहट भरी हरकतों के साथ, क्लिट्स्को को अंतिम घंटी बजने तक चकित और निराश रखा।व्लादिमीर क्लिट्स्को पर टायसन फ्यूरी की जीत से पता चला कि दिग्गजों की एक नई पीढ़ी आ गई है।
टायसन फ्यूरी बनाम वाइल्डर
ये अब तक का सबसे खतरनाक मुकाबलो me से एक था, जहाँ इन दोनो बोक्सर्स के बीच एक बार मुकाबला हो चुका था। जहाँ इस मैच का निर्णय ड्रॉ मे खत्म हुआ लेकिन उसके बाद रिमैच् 2020 को हुआ जहाँ ये दोनो बोक्सर्स वापस आपस मे लड़ने के लिए तयार थे, मुकाबला बहुत ही संगीन होता जैसा दिख रहा था। लेकिन आगे जाते जाते फ़्यूरि ने इस मैच मे ऐसी पकड़ बनाई की वाइल्डर के लिए वापसी की राह तो बिल्कुल ही बंद सा हो गया था।
वाइल्डर अपने राइट हैंड पंच के लिए जाने जाते थे, सबको लगा की वाइल्डर ज़रूर वापसी कर जाएंगे, लेकिन फ़्यूरि के रहते हुए ऐसा होना तो बिल्कुल भी संभव नही लग रहा था। उन्होंने इतने हूक का इस्तेमाल किया कि वाइल्डर को समझ ही नही आ रहा था, की आगे करे भी तो क्या करे। आगे के राउंड मे उनके लिए मुकाबला और भी कठिन होता चला गया। और आठवे राउंड तक आते आते वाइल्डर बहुत ही थक गए थे।
उनकी सारी ताकत मानो फ़्यूरि के सामने बेबस नज़र आ रही थी और आठवे राउंड के समापन मे फ़्यूरि ने वाइल्डर को हरा दिया था। ये इन दोनो बोक्सर्स की दुसरी लडाई थी, उसके बाद भी ये दो बोक्सर्स मिले लेकिन निर्णय मे कोई भी बदलाव नही दिखा। इस तीसरी लडाई मे भी फ़्यूरि ने अपना अजय अभियान जारी रखा।