भारतीय पुरूष हॉकी टीम के मिडफील्डर विवेक सागर प्रसाद ने कहा कि
वह घुटने की चोट के कारण आस्ट्रेलिया के खिलाफ राष्ट्रमंडल खेलों के फाइनल
में नहीं खेल पाने से काफी निराश थे। भारत को राष्ट्रमंडल खेलों के फाइनल में
आस्ट्रेलिया से 0 7 से हार मिली थी जिससे उसे रजत पदक से संतोष करना पड़ा था।
राष्ट्रमंडल खेलों के फाइनल के लिए विवेक ने हॉकी इंडिया की विज्ञप्ति में कहा-
आस्ट्रेलिया के खिलाफ राष्ट्रमंडल खेलों के फाइनल में नहीं खेलने से मैं निराश था ।
उन्होंने कहा- इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के फाइनल में खेलना किसी भी खिलाड़ी के लिए बहुत बड़ी बात है।
अच्छा खेलकर फाइनल में पहुंचना और फिर चोट के कारण फाइनल में नहीं
खेल पाना मेरे लिए निराशाजनक था।
विवेक ने कहा- मैं फाइनल में अपनी टीम के साथ होना चाहता था।
लेकिन खेलों में ऐसा होता है। इसलिये हम इसके बारे में कुछ नहीं कर सकते।
ये विवेक के दूसरे राष्ट्रमंडल खेल थे, 2018 में गोल्ड कोस्ट चरण में वह टीम में सबसे
युवा खिलाड़ी थे जो पदक के बिना स्वदेश लौटी थी।
उन्होंने कहा- 2018 राष्ट्रमंडल खेल में तब बहु स्पर्धा खेल प्रतियोगिता में
मेरा पहला अनुभव था। मैं काफी युवा और काफी रोमांचित था।
लेकिन बतौर टीम यह हमारे लिए काफी निराशाजनक था। इस बार हम अच्छा प्रदर्शन करने के
लिए प्रतिबद्ध थे लेकिन फिर फाइनल में चीजें योजना के अनुसार नहीं हुई।
पिछले कुछ हफ्तों में आराम करने के बाद विवेक सोमवार से बेंगलुरू
के भारतीय खेल प्राधिकरण में राष्ट्रीय शिविर में जुड़ने को तैयार हैं।
उन्होंने कहा- यह मामूली चोट थी। पिछले कुछ हफ्तों में आराम करने के बाद
मैं शिविर में टीम के साथियों से जुडने और जनवरी में भुवनेश्वर और राउरकेला
में होने वाले ओडिशा पुरूष हॉकी विश्व कप 2023 के लिये अपनी तैयारियां शुरू
करने को लेकर उत्सुक हूं। विवेक ने कहा- मुझे पूरा भरोसा है कि जब मैं शिविर से जुडूंगा
तो टीम का सहयोगी स्टाफ मेरे उबरने की प्रक्रिया को देखेगा और मेरेकार्यभार की योजना बनाएगा।