अगले साल 2023 में हॉकी का विश्व कप होना है ऐसे में भारत के पूर्व कप्तान और कोच वासुदेवन भास्करन (Vasudevan Bhaskaran) का या मानना है कि भारत को अपने पिछले खराब प्रदर्शनों को भूल कर विश्वकप में गोल्ड मेडल जीतने के लिए कड़ी तैयारी करनी चाहिए.
मॉस्को ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता भारतीय टीम के कप्तान रहे वासुदेवन भास्करन (Former Indian Hockey Team Captain Vasudevan Bhaskaran) का कहना है भारतीय टीम इस विश्व कप में कड़ी मेहनत करे तो आराम से पदक जीत सकती हैं उन्हें आस्ट्रेलिया के हाथों राष्ट्रमंडल खेल में मिली हार को भुलाकर टोक्यो ओलंपिक में अपने शानदार प्रदर्शन से प्रेरणा लेना होगा.
उन्होंने कहा भारतीय हॉकी टीम (Indian Hockey Team) के पास इस वक्त ग्राहम रीड के रूप में एक शानदार कोच और बेहतरीन सहयोगी स्टाफ है मुझे लगता है कि वे उड़ीसा में विश्वकप में गोल्ड मेडल जीत सकते हैं. भारत को अपने पहले मैच जो कि स्पेन के साथ है बहुत शांत दिमाग से और सकारात्मक शुरुआत करनी चाहिए.
आपको बता दें कि अगले साल 2023 में भारत का उड़ीसा राज्य पुरुष हॉकी विश्व कप का मेजबानी कर रहा है, विश्व कप अगले साल 13 जनवरी से 29 जनवरी तक भुवनेश्वर और राउरकेला में खेला जाएगा.
पहला मैच जीत लेते हैं तो पदक लेने से कोई नहीं रोक सकता
पूर्व कप्तान भास्करन (Vasudevan Bhaskaran) का कहना है अगर हम स्पेन के खिलाफ पहला मैच जीत लेते हैं तो पदक मिलने में कोई बहुत ज्यादा कठिनाई नहीं हो सकती है और हमें कोई भी गोल्ड मेडल जीतने से नहीं रोक सकता है.
उन्होंने कहा आठ बार की ओलंपिक चैंपियन भारतीय हॉकी टीम ने विश्व कप में 1973 में कांस्य पदक और 1975 में स्वर्ण पदक जीता है ऐसे में इस बार भी भारतीय टीम लग्न और कड़ी मेहनत के साथ अगर मैदान में खेलेगी तो विश्वकप में स्वर्ण पदक जरूर आएगा.
भास्करन ने 1973 के विश्व कप टूर्नामेंट में उस मैच को याद किया जिस मैच में भारत ने पाकिस्तान हरा दिया था उन्होंने कहा कि मैच का मै भी हिस्सा था और वह जीत मेरे लिए सबसे बड़ी जीत थी.