पिछले एक दशक में भारतीय हॉकी (Indian Hockey) और भारतीय महिला हॉकी टीम (India Women’s Hockey Team) ने अपने आप को दिन पर दिन सुधारा है महिला हॉकी टीम देश के खेल इतिहास में सबसे यादगार अध्याय में से एक बन गई है.
महिला हॉकी टीम ने लगातार अच्छे प्रदर्शन से प्रशंसकों को खुश किया है और उत्साह बढ़ाया है तो वही उनका विरोध करने वालों पर चुप्पी सी लगा दी है.
महिला हॉकी टीम में सबसे कम उम्र की खिलाड़ियों में से एक Salima Tete
भारतीय महिला हॉकी टीम में सबसे कम उम्र की खिलाड़ियों में से एक सलीमा टेटे (Salima Tete) ने पिछले आधे दशक में टीम को मिली सफलताओं की कहानियों में कई बार महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और निश्चित रूप से राहुल के लिए और पूरे देश के लिए गौरव की बात है.
सलीमा टेटे (Salima Tete) 2022 में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक विजेता भारतीय टीम का हिस्सा थी बताती हैं कि वह पल उनकी जिंदगी का बेहद ही शानदार पल था जिस वक्त भारत में राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीता था.
सलीमा टेटे (Salima Tete) बताती हैं की 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में हमारी टीम का एक ही उद्देश्य था कि हमें हर हाल में पदक जीतकर ही वापस भारत जाना है इसके अलावा और कोई विकल्प नहीं है और हमें यकीन था कि हम भारत लौटने से पहले पदक जरूर हासिल कर लेंगे.
सलीमा टेटे बताती है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ खिलाड़ियों की बैठके सभी को बहुत प्रेरित करती हैं और उन जैसों को तो खासकर.
उनका कहना है कि मेरे जैसे किसी व्यक्ति के लिए भारत के प्रधानमंत्री से मिलना एक बहुत बड़ी बात है हम सभी का पीएम से मिलना प्रेरणा का एक स्रोत है ताकि हम कड़ी मेहनत करके अच्छे परिणाम हासिल कर सकें और भारत के लिए पदक जीत सकें.
सलीमा (Salima Tete) का कहना है भारतीय महिला हॉकी ने मुझे वह सब कुछ दिया है जो एक खिलाड़ी को चाहिए होता है, आज मैं जो कुछ भी हूं वह सिर्फ और सिर्फ हॉकी खेल की वजह से हूं मैं लगातार और अच्छा खेलना चाहती हैं देश और अपने गांव का नाम लगातार रोशन करना चाहती हूं.
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