Khelo Chess India:17 दिसंबर को मध्यप्रदेश के भोपाल में Chessbase इंडिया के हेड
निकलेश जैन द्वारा संस्कार वैली स्कूल में एक शतरंज workshop आयोजित की गई थी और ये
पहला ‘Khelo Chess India’इवेंट भी था जिसमें स्कूल के बच्चों के बीच शतरंज को बढ़ावा देने
और खेल के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए भी आयोजित किया गया था | सबसे पहले बच्चों
को शतरंज सीखने और खेलने के फ़ायदों के बारे में बताया गया और इसके बाद निकलेश ने समरथ
रघुवंशी के विरुद्ध आँखों पर पट्टी बांधकर एक शतरंज मुकाबला भी खेला |
निकलेश ने बच्चों को बताया शतरंज का महत्व
साल 2016 और 2017 में रूस में FIDE प्रशिक्षक निकलेश जैन देश का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली भारतीय स्कूल टीम के कोच रह चुके है , उन्होंने इवेंट में सभी बच्चों को अपनी शिक्षा और दैनिक जीवन में शतरंज खेलने के कई लाभों के बारे में बताया साथ ही उन्होंने ये भी साझा किया की शतरंज खेलने से एकाग्रता, फोकस और निर्णय लेने की क्षमता में भी वृद्धि आती है और याददाश्त में भी और सुधार होता है |
FIDE रेटिड प्लेयर के साथ खेला एक मैच
बच्चों के साथ ये सब साझा करने के बाद निकलेश ने स्कूल के FIDE रेटिड प्लेयर समर्थ रघुवंशी के खिलाफ आंखों पर पट्टी बांधकर एक मैच खेला , ये मैच 38 चालों के बाद ड्रॉ में समाप्त हुआ था | मैच के दौरान दोनों प्लेयर्स अपनी-अपनी चालों को माइक में बोल रहे थे क्यूंकि निकलेश की आँखों पर पट्टी थी , दोनों प्लेयर्स की चाले डीजीटी बोर्ड पर भी डिस्प्ले हो रही थी ताकि दर्शक गेम को देख सके |
स्कूल के बच्चों के साथ खेले 10 मैच
इस मैच के बाद निकलेश ने स्कूल के बच्चों के साथ दास एक्सबिशन मैच भी खेले थे , उन बच्चों के नाम थे प्रियांशी अहिरवार, कौशिकी मालवीय, अंश राठौर, अश्विन दीवानी, आरुष कुमार, अथर्वराज सिंह परमार, अबीर दुबे, स्वधा शर्मा, इशान सिंह खनूजा और अरहान कौशिक | इन सभी मैचों में से निकलेश ने 6 जीते और बाकी चार ड्रॉ में समाप्त हुए |