World Team Championship में कांस्य पदक के लिए भारत की टीम का मैच स्पेन के साथ हुआ था
जिसमें भारत को 1-3 से हार का सामना करना पड़ा | दोनों के बीच हुआ ये मैच टाई ब्रेक तक भी पहुँचा
था पर अंत में स्पेन को जीत हासिल हुई | इस मैच के दोनों राउंड में टीमों के बीच 2-2 के स्कोर के साथ
ड्रॉ हुआ था पर जेम सैंटोस लतासा और डेविड एंटोन गुइजारो ने ब्लिट्ज टाई-ब्रेक में क्रमश विदित गुजराती
और निहाल सरीन को मात दे दी थी जिसका अड्वैनज स्पेन को मिला |
दूसरे राउंड में भी हुआ ड्रॉ
दूसरे राउंड में दोनों टीमों के बीच चारों मैच ड्रॉ हो गए जिसके बाद एक बार फिर स्कोर 2-2 पर पहुँच
गया था , पहली गेम तीसरे बोर्ड पर एस एल नारायण और डेनियल युफा के बीच ड्रॉ हुई थी , बता दे
डेनियल एलेक्सी शिरोव की जगह एक subsitute के रूप में खेल रहे थे |नारायण ने मैच के बाद ये भी
कहाँ था की उन्हें उम्मीद थी की वो शिरोव के विरुद्ध की फिर से खेलेंगे इसलिए उन्होंने युफ़ा के खिलाफ
कोई विशिष्ठ तैयारी नहीं की थी |
टाई ब्रेक में भारत को मिली हार
इसके बाद मैच टाई ब्रेक तक पहुँचा जिसमें स्पेन ने भारत के खिलाफ 3-1 का स्कोर बनाया और कांस्य
पदक अपने नाम कर लिया ,बता दे स्पेन के लिए ये पहला टीम प्रतियोगिता पदक है | उनकी इस सफलता
में टाई ब्रेक के मैचों के दौरान जेम सैंटोस लतासा और डेविड एंटोन गुइजारो की जीत ने बड़ा योगदान दिया |
वर्ल्ड टीम चैम्पीयनशिप की खास बात ये रही थी की इसमें पूर्व विश्व चैम्पीयन विश्वनाथ आनंद commentator
के रूप में मौजूद है |
एस एल नारायण ने जीता व्यक्तिगत मेडल
भारत ने लगातार तीसरी बार अपने हाथों से मेडल गंवा कर चौथा स्थान हासिल किया है , भारत को
बेशक इसमें मेडल नहीं मिला पर ग्रंड्मास्टर एस एल नारायण को तीसरे बॉर्ड पर लगातार बेहतर
प्रदर्शन के लिए व्यक्तिगत कांस्य पदक मिला है उन्होंने 2716 की रेटिंग के साथ बेहतरीन प्रदर्शन किया |