अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (AICF) ने हाल ही में एक बड़ा दावा किया है की एक खिलाड़ी द्वारा सूचना
के अधिकार (आरटीआई) अधिनियम से कुछ संबंधित रिकार्ड उनके मुख्यालय में कुछ कीटों (pests) द्वारा
नष्ट कर दिए गए है जिसकी वजह से केंद्रीय सूचना आयोग द्वारा उनको फटकार लगाई गई थी |
FM गुरप्रीत पाल सिंह ने विभिन्न मुद्दों पर RTI अधिनियम के तहत जानकारी मांगी थी |
सिंह ने इंटरव्यू में कही ये बात
गुरप्रीत पाल सिंह ने पीटीआई को दिए इंटरव्यू में कहा था की शुरुआत में AICF ने ये कहते हुए जानकारी देने से मना कर दिया था की अभी केस मद्रास उच्च न्यायालय में लंबित है , फिर उन्होंने बाद में ये कहा की कीटों ने रिकार्ड नष्ट कर दिए है , सिंह ने आगे ये भी बताया की आयोग इससे सहमत नहीं था और उन्होंने AICF को सूचना प्रदान करने का आदेश दिया और आयोग को गुमराह करने और अपना रुख बदलने की कोशिश करने के लिए चेतावनी भी दी |
CIC कार्यालय में हुई थी सुनवाई
सिंह ने आगे इंटरव्यू में ये भी बताया की AICF ने पहले भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग को ये कहा था की उनके रिकार्ड 2015 में चेन्नई की बाढ़ में नष्ट हो गए थे | CIC कार्यालय में हुई सुनवाई में AICF के केन्द्रीय लोक सूचना अधिकारी ने ये प्रस्तुत किया था की आवश्यक जानकारी चेन्नई कार्यालय से संबंधित है और उन्होंने बेंच को अवगत कराया की संबंधित रिकॉर्ड कीटों द्वारा नष्ट कर दिए गए है |
सीआईसी ने दिया अब ये आदेश
सीआईसी के आदेश में कहा गया है की “”आयोग द्वारा यह पूछे जाने पर की क्या उनके पास इसके लिए कोई सबूत है ,वो कोई जवाब नहीं दे सके , इसी के साथ सीआईसी ने भी अब AICF को सिंह द्वारा मांगी गई जानकारी उपलब्ध कराने का आदेश दे दिया है |
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