बर्मिघम कामनवेल्थ गेम्स में रजत पदक जीतने वाली भारतीय हकी टीम के सदस्य और ललित
उपाध्याय ने बताया कि मैच से पहले टीम के कई खिलाड़ी टोटका करते हैं और वह भी ऐसा करते हैं।
उनका कहना है कि हर किसी की अपनी आस्था होती है। विभिन्न मुद्दों को लेकर ललित उपाध्याय सेकी खास बातचीत, पेश हैं मुख्य अंश,
टीम के साथी मुझे पंडित बुलाते हैं। मुझे तो यह इतना पसंद है कि मैं इसी नाम
की टी-र्शट पहनकर खेलना चाहता हूं। हालांकि नियम की वजह से यह संभव नहीं है।
कप्तान मनप्रीत का निक नेम कोरियन और हरमनप्रीत का हैनी है। ये नाम मैच के
दौरान बहुत काम आते हैं। मैदान में लंबे-लंबे नामों से एक-दूसरे को पुकारना संभव नहीं होता।
मैं आइस बाथ लेता हूं। मौसम चाहे कितना भी ठंडा हो,
पांच से सात मिनट का आइस बाथ जरूर लेता हूं। बर्मिंघम में भी मैंने हर मैच के
बाद ऐसा किया। कई बार तो ऐसा हुआ कि तापमान एक या दो डिग्री सेल्सियस रहा,
तब भी आइस बाथ लिया। यह मुझे आराम देता है।
कई खिलाड़ी मैच से पहले टोटका करते हैं। क्या आप भी ऐसा कुछ करते हैं?
यह व्यक्तिगत सवाल है, लेकिन इसका जवाब हां है। मैं टोटका क्या करता हूं,
यह नहीं बता सकता, क्योंकि टोटका बताया नहीं जाता। मैं ही नहीं,
कई साथी खिलाड़ी भी ऐसा करते हैं। हर किसी की अपनी आस्था और सोच है।
इस बारे में कोई किसी को कुछ बताता नहीं और न कोई पूछता है।
मैच के बाद ड्रेसिंग रूम का माहौल बेहद दोस्ताना होता है।
ग्राउंड पर हुई गलतियां किसी पर थोपी नहीं जाती। उन गलतियों से सीखकर
आगे उसमें सुधार कैसे किया जा सकता है, इस पर चर्चा ज्यादा होती है।
हर कोई एक-दूसरे का हौसला बढ़ाता है। मैच में आपसी तालमेल बहुत जरूरी होता है।
इसकी शुरुआत ड्रेसिंग रूम से ही होती है।
बचपन में घर की छत से हवाई जहाज को देखते थे।
अब हवाई यात्रा बहुत ज्यादा करते हैं। खेल के चलते दुनिया के कई देशों में जाने का मौका मिला।
प्रकृति से प्रेम है, इसलिए मुझे सबसे ज्यादा न्यूजीलैंड पसंद है। उस देश में टूर्नामेंट हो तो मैच के
बाद झील के किनारे बैठ जाता हूं। बहुत सुकून मिलता है और खेल पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है।