बिहार के पटना स्थित पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में 48 वीं जूनियर नेशनल कबड्डी प्रतियोगिता
का आयोजन किया गया था. जिसमें पूजा की कप्तानी में हरियाणा
ने कबड्डी चैंपियनशिप जीत ली है. पूजा की इस उपलब्धि से उनके पूरे परिवार में जश्न का माहौल बना हुआ है.
गुरुकुल मोर माजरा से अभ्यास प्राप्त कर चुकी पूजा की कप्तानी में
जिले की आठ खिलाड़ियों सहित हरियाण की महिला कबड्डी टीम ने
सभी मुकाबले जीतने के बाद फाइनल में प्रवेश किया था. और 34-48
के बड़े अंतर के साथ अपना फाइनल मुकाबला भी जीत लिया था.
31 अगस्त को शुरू हुई प्रतियोगिता में हरियाणा ने हिमाचल, उत्तरप्रदेश,
केरल और पंजाब से हुए मुकाबले जीतने के बाद फाइनल में प्रवेश किया था.
चार सितम्बर को प्रदेश की टीम का मुकाबला बिहार के साथ हुआ
जिसमें टीम ने अपनी जीत दर्ज की थी.
हरियाणा ने जीती 48 वीं जूनियर नेशनल कबड्डी प्रतियोगिता
मोबाइल और सोशल मीडिया से दूर रहने वाली पूजा सिर्फ अपना
ध्यान खेल में ही ल्गातिऊ है. वह जन्म मूल रूप से जींद के साधारण
किसान में जन्मी पूजा को खेल में अधिक रुचि है. हाल ही में खेलों
इंडिया यूथ गेम्स में पूजा ने अपनी ही कप्तानी में टीम को स्वर्ण पदक
दिलाया था. पूजा के दादा जापान सिंह ही उनकी अधिकतर प्रतियोगिताओं
में उनके साथ रहते है. उन्होंने बताया कि पूजा के नेतृत्व में टीम को मिली
सफलता के बाद गांव और परिवार में ख़ुशी और उल्लास का माहौल है.
सभी मैच को परिवार वालों ने मोबाइल पर लाइव देखा था. पूजा सपना है
कि कबड्डी में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर देश के लिए पदक लाना है.
कप्तान पूजा के नेतृत्व में जीता हरियाणा
पूजा अपने खेल को लेकर काफी समर्पित रहती है. खेल के समय वह
मोबाइल से भी दूर रहती है और सिर्फ खेल पर ही ध्यान देती है.
रोज घंटों प्रैक्टिस करने वाली पूजा देश के कबड्डी में मेडल लाना चाहती है
और अपने प्रदेश, देश और परिजनों का नाम रोशन करना चाहती है.