Kabaddi Player Krishan Dhull Career State: पटना पाइरेट्स के डिफेंडर खिलाड़ी कृष्ण धुल इस समय एक कबड्डी स्टार बन चुके है। लेकिन कृष्ण की कहानी समर्पण, कड़ी मेहनत और कबड्डी के प्रति जुनून की है, जिसने उन्हें हरियाणा के धूल भरे मैदानों से प्रो कबड्डी लीग में स्टार डिफेंडर बनने तक पहुंचा दिया।
पई गांव में जन्मे और पले-बढ़े कृष्ण ने अपने बड़े भाई को दोस्तों के साथ कबड्डी खेलते देखा, जिससे उनमें भी एक चिंगारी जगी। स्थानीय खेलों और पीकेएल के रोमांचक एक्शन से प्रेरित होकर, कृष्ण ने दिग्गज डिफेंडर रविंदर पहल को अपना रोल मॉडल बनाया।
सफल होने के लिए दृढ़ संकल्पित, कृष्ण कड़ी मेहनत करने से नहीं डरते थे। वह अपने कौशल को निखारने और प्रशिक्षण के लिए भोर (सुबह 5 बजे) उठ जाते थे।
एंकल होल्ड पर कृष्ण का विशेष ध्यान
उन्होंने डिफेंस तकनीक, विशेष रूप से एंकल होल्ड, जो कबड्डी में एक महत्वपूर्ण चाल है, वह उसपर बहुत ध्यान केंद्रित करते है। कृष्ण खेल के एक उत्सुक छात्र थे, प्रो कबड्डी मैचों का एनालिसिस करते थे और अपने कोच की मदद से अपनी गलतियों से सीखते थे।
कृष्ण ने प्रतियोगिता के लिए महीनों पहले से ही लगातार तैयारी की। उनके प्रभावशाली प्रदर्शन ने पीकेएल फ्रैंचाइजी का ध्यान आकर्षित किया, जिसने उनके पेशेवर सफर का मार्ग प्रशस्त किया।
Kabaddi Player Krishan Dhull को PKL 8 में मिला मौका
कृष्ण को पीकेएल सीजन 8 में बड़ा ब्रेक मिला जब दबंग दिल्ली के.सी. ने उन्हें अपने न्यू यंग प्रोग्राम (NYP) के जरिए चुना। हालांकि उन्होंने उम्मीदें दिखाईं, लेकिन वे अभी तक नियमित स्टार्टर नहीं थे।
सीमित खेल समय के बावजूद, कृष्ण ने 27 टैकल पॉइंट्स का योगदान दिया और सीजन 8 में दबंग दिल्ली के साथ चैंपियनशिप का गौरव भी चखा।
अगले सीज़न में कृष्ण को मैट पर ज़्यादा मौके मिले, उन्होंने 21 मैचों में 34 टैकल पॉइंट बनाए। हालांकि, दबंग दिल्ली ने उन्हें सीज़न 10 से पहले रिलीज़ कर दिया। यह उनके करियर का एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ।
पटना ने कृष्ण को सीज़न 10 के लिए चुना
पटना पाइरेट्स ने कृष्ण को सीज़न 10 के लिए चुना, और उनके मार्गदर्शन में उन्होंने खूब तरक्की की। कोच नरेंद्र रेधु ने उनके कौशल को निखारने में मदद की, खासकर एंकल होल्ड और डबल थाई होल्ड।
कृष्ण की चपलता और रेडर मूवमेंट की प्रत्याशा में काफ़ी सुधार हुआ। तीन बार के चैंपियन से मिली आज़ादी और समर्थन ने उन्हें पूरे सीज़न में निडर होकर खेलने की अनुमति दी।
Kabaddi Player Krishan Dhull की कड़ी मेहनत का नतीजा एक बेहतरीन प्रदर्शन के रूप में सामने आया। वे सीज़न के दूसरे सर्वश्रेष्ठ डिफेंडर और पटना पाइरेट्स के सर्वश्रेष्ठ डिफेंडर के रूप में उभरे।
उन्होंने 5 सुपर टैकल और छह हाई 5 सहित 78 टैकल पॉइंट हासिल किए। उन्होंने अकेले पीकेएल 10 में पिछले दो सीज़न के अपने संयुक्त स्कोर को भी पीछे छोड़ दिया।
अब डिफेंसिव पावरहाउस, कृष्ण अपने आदर्श, रविंदर पहल की तरह लीजेंड बनने की राह पर हैं। अपने समर्पण और लगातार विकसित होते कौशल के साथ, आने वाले वर्षों में उन्हें भारत का सर्वश्रेष्ठ डिफेंडर बनते देखना कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी।
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