हॉकी इंडिया के कार्यकारी बोर्ड की बैठक सोमवार को नई दिल्ली में हुई, जिसकी अध्यक्षता नवनिर्वाचित अध्यक्ष पद्मश्री डॉ दिलीप तिर्की (Dilip Tirkey) ने की. बैठक में महासचिव भोला नाथ सिंह, कोषाध्यक्ष शेखर जे मोनोहरन, उपाध्यक्ष एसवीएस सुब्रमण्य गुप्ता, संयुक्त सचिव आरती सिंह, संयुक्त सचिव सुनील मलिक और कार्यकारी बोर्ड के सदस्य अरुण कुमार सारस्वत, आश्रिता लाकड़ा, गुरप्रीत कौर, वी सुनील कुमार और तपन कुमार दास ने भाग लिया.
बैठक का प्रमुख केंद्र बिंदु जनवरी में आगामी एफआईएच ओडिशा हॉकी पुरुष विश्व कप भुवनेश्वर-राउरकेला 2023 के साथ-साथ विशेष रूप से जूनियर और सब जूनियर श्रेणियों के लिए जमीनी कार्यक्रम को पुनर्जीवित करना था.
दिलीप टिर्की (Dilip Tirkey) ने बताया कि हमने आज एक बहुत ही उपयोगी कार्यकारी बोर्ड की बैठक की और कई अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर हमने चर्चा की। मुख्य एजेंडा आगामी एफआईएच ओडिशा हॉकी पुरुष विश्व कप भुवनेश्वर-राउरकेला 2023 था जो आजादी का अमृत महोत्सव – भारत की आजादी के 75 वें वर्ष के साथ मेल खाता है.
बहुत ही उपयोगी कार्यकारी बोर्ड की बैठक हुई : Dilip Tirkey
उन्होंने कहा कि हम स्वतंत्रता से पहले और बाद में हॉकी में ऐतिहासिक उपलब्धियों के बारे में बच्चों और युवाओं के बीच जागरूकता पैदा करना चाहते हैं. हम यह भी चाहते हैं कि युवा आगामी विश्व कप में अधिक शामिल हों और इसे सुनिश्चित करने के लिए पहल पर चर्चा की.
भारत के पूर्व कप्तान टिर्की (Dilip Tirkey) ने सब जूनियर और जूनियर लड़कियों और लड़कों के लिए जोनल-स्तरीय टूर्नामेंट शुरू करके देश में जमीनी स्तर पर संरचना को पुनर्जीवित करने की अपनी योजनाओं पर भी प्रकाश डाला.
उन्होंने कहा कि विशेष रूप से इस (सब-जूनियर और जूनियर) आयु वर्ग में, हमारे पास हॉकी इंडिया वार्षिक चैंपियनशिप के अलावा कम टूर्नामेंट हैं. इसलिए, जोनल चैंपियनशिप जैसे अधिक एक्सपोजर टूर्नामेंट शुरू करने की योजना है. टूर्नामेंट को विभाजित किया जाएगा चार जोन में, प्रत्येक जोन से दो टीमों का चयन किया जा रहा है. हम इस आयु वर्ग के युवाओं को राष्ट्रीय कार्यक्रम में लाने के लिए अधिक से अधिक अवसर देना चाहते हैं.
टिर्की ने जमीनी स्तर पर हॉकी प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के अलावा गोलकीपरों और ड्रैगफ्लिकर के लिए एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम होने की भी बात की. उन्होंने कहा कि हमने जमीनी स्तर पर गोलकीपरों और ड्रैगफ्लिकर के लिए विशेष प्रशिक्षण पर भी चर्चा की.
दिलीप टिर्की (Dilip Tirkey) ने कहा मेरा यह भी मानना है कि पूर्ववर्ती हॉकी इंडिया लीग को पुनर्जीवित करने की गुंजाइश है और हमने महिलाओं के लिए इसी तरह की लीग शुरू करने की क्षमता पर भी चर्चा की. कुल मिलाकर, यह एक अच्छी शुरुआत रही है और हम हॉकी के विकास की दिशा में मिलकर काम करने की आशा करते हैं.