हॉकी चंडीगढ़ (Hockey Chandigarh) ने भारतीय खेल विभाग को प्रस्तावित स्पोर्ट्स पॉलिसी के लिए सुझाव भेजें हैं. खेल विभाग ने पिछले दिनों स्पोर्ट्स पॉलिसी तयार कर उसका ड्राफ्ट पब्लिक डोमेन में डाल दिया था.
हॉकी चंडीगढ़ के महासचिव अनिल बोहरा ने स्पोर्ट्स काउंसिल के खेल सचिव कम डायरेक्टर स्पोर्ट्स को लिखे पत्र में 17 तरह के सुझाव भेजे हैं अब इसमें से खेल विभाग को अच्छा सो जाओ छठ कर जल्द से जल्द लागू करना होगा.
हॉकी चंडीगढ़ के सचिव अनिल वोहरा ने कहा कि उन्हें यह जान कर बहुत खुशी हो रही हैं चंडीगढ़ प्रशासन शहर के खेल प्रमोशन की दिशा में बड़े कदम उठा रहा हैं और साथ ही स्पोर्ट्स पॉलिसी भी बनाने जा रहा हैं.
उन्होंने कहा कि दिए गए खेल सुझाव में खिलाड़ियों की समस्याओं का जिक्र है उनकी नौकरी उनकी छात्रवृत्ति और तमाम तरह की ऐसी दिक्कतें जो खिलाड़ियों को के सामने आती हैं इन सभी बातों का जिक्र खेल पॉलिसी में किया गया है.
खेल पॉलिसी में कोच और खेल एसोसिएशन को प्रोत्साहित किए जाने का अधिक उम्र में नगद पुरस्कार खिलाड़ियों की की जाने वाली अलग शिर्डी में कोचों के सम्मान की मांग का भी उल्लेख किया गया है.
Hockey Chandigarh द्वारा दिए गए मुख्य सुझाव कुछ इस प्रकार हैं:
-खिलाड़ियों को राष्ट्रीय / सभी श्रेणियों में न्यूनतम 3 टियर एसी रेलवे यात्रा के लिए पात्र होना चाहिए। खेलो इंडिया / अन्य चैंपियनशिप आदि।
-यात्रा भत्ता 200 रुपये प्रतिदिन से बढ़ाकर 500 रुपये प्रतिदिन किया जाए।
-खेलो इंडिया क्वालिफायर गेम्स और नॉर्थ जोन जैसे अन्य आयोजनों के लिए भी मिले अनुदान।
-चंडीगढ़ प्रशासन स्टेट एसोसिएशन को उनके प्रदर्शन के लिए सम्मानित करे/ अपने-अपने क्षेत्र में उपलब्धियां और संबंधित कोचों को भी उचित सम्मान दिया जाना चाहिए, उनके प्रदर्शन/उपलब्धि के अनुसार पदोन्नति/वेतन वृद्धि।
– संबंधित संघ को अपने भीतर और आसपास विज्ञापन की अनुमति देने की सुविधा।
अंतरराष्ट्रीय समिति के मानकों के अनुसार स्टेडियम का नवीनीकरण/रखरखाव हो
-नेशनल चैंपियनशिप के लिए और कैंप के दौरान टीमों के लिए खेल परिसर में ठहरने के लिए पर्याप्त आवास की व्यवस्था करना।
-एसोसिएशन /मान्यता प्राप्त क्लबों के लिए मैदान और कमरों की बुकिंग नि:शुल्क होनी चाहिए।
-किसी भी टूर्नामेंट के दौरान फ्लड लाइट का उपयोग करने की दरें न लाभ न हानि पर होनी चाहिए।
– नेशनल कैंप और अन्य चैंपियनशिप के दौरान खिलाड़ियों को रिफ्रेशमेंट/डाइट मनी दी जाए।
-सभी एसोसिएशन को बैठकों और कांफ्रेंस के लिए खेल परिसर में कांफ्रेंस हाल नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाएं। चैंपियनशिप से पहले एसोसिएशन को 12.50 प्रतिशत सहायता अनुदान अग्रिम रूप से दिया जाना चाहिए। रेलवे टिकट बुकिंग, यात्रा भत्ता, खिलाड़ी किट आदि जैसे उनके पूर्व व्यय को पूरा करें।
– स्टेट चैंपियनशिप का अनुदान 15 हजार रुपये के स्थान पर न्यूनतम एक लाख रुपये होना चाहिए।
– एसोसिएशनों /क्लबों द्वारा ए ग्रेड अखिल भारतीय टूर्नामेंट के आयोजन के लिए सहायता अनुदान न्यूनतम रुपये 50 हजार रुपये के स्थान पर दो लाख रुपये होना
चाहिए।
-निदेशक खेल एवं सचिव खेल की शक्ति (सहायता अनुदान स्वीकृति) होनी चाहिए। पिछली सीमा के बजाय क्रमश: न्यूनतम दो लाख और पांच लाख बढ़ाई जाए। पिछली वित्तीय अधिकार की सीमा काफी कम है।
-चेक को नकद/डिमांड ड्राफ्ट के बजाय सुरक्षा (यदि आवश्यक हो) के रूप में स्वीकार किया जाना चाहिए। एसोसिएशन /मान्यता प्राप्त क्लब जो अपने-अपने क्षेत्र में खेलों को बढ़ावा देने के लिए काम कर रहे हैं।
– चंडीगढ़ खेल परिषद की जनरल बॉडी मीटिंग वर्ष में दो बार तक आयोजित की जाएं।