कनाडा के Winnipeg के सिस्लर हाई स्कूल में 28 मार्च मंगलवार को मैनिटोबा की हाई स्कूल शतरंज
चैम्पियनशिप का आयोजन किया था , इस टूर्नामेंट में 18 अलग स्कूलों से कुल 70 बच्चों ने भाग लिया
था जिनमें से 10 यूक्रेनी Refugees भी शामिल थे | इवेंट के आयोजक ओरिसा पेट्रीशिन ने कहा
“मुझे पता था जब युद्ध शुरू हुआ था जो सब कुछ बमबारी में नष्ट हो गया था , मुझे तुरंत पता चल
गया था की छात्रों ने शिक्षा , शतरंज खेलना या कोई भी अन्य स्पोर्ट खेलने का विशेषाधिकार खो
दिया है तब मैंने सोचा क्या किया जा सकता है ?
यूक्रेन में शतरंज का खेल काफी पीढ़ियों से लोकप्रिय रहा है और ये बच्चों को एक साथ आने का
मौका देता है जिससे वो सार्वभौमिक भाषा बोल सके खास तौर पर 12 वर्षीय Tym और उनके
परिवार के लिए जो पिछले साल युद्ध शुरू होने पर Kyiv से भाग आए थे | Tym के पिता एंड्री
पेट्रूचेक ने कहा “यह वास्तव में काफी महत्वपूर्ण है , विशेष रूप से यूक्रेनी बच्चों के लिए जिनके
लिए कोई नहीं है |
शतरंज एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कही महत्वपूर्ण बात
शतरंज एसोसिएशन के अध्यक्ष ब्लेयर रटर ने कहा “पिछले कुछ सालों में ये खेल काफी पॉपुलर हुआ है ये सबसे विविध आयोजन है , ऑनलाइन खेलने के लिए शतरंज सबसे बेहतर है और महामारी के दौरान ये साबित भी हुआ क्यूंकि लॉकडाउन के दिनों में लाखों लोगों ने ऑनलाइन शतरंज खेला | इनमें से कई युवा अच्छे शतरंज खिलाड़ी है को विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपने खेल की स्ट्रीमिंग भी कर रहे है और काफी नए दर्शकों को आकर्षित कर रहे है |
सिसलर शतरंज क्लब के सह-अध्यक्ष के बोल
खेल में दिलचस्प अब और भी बढ़ता दिख रहा है खास तौर पर ऑनलाइन पर ओवर द बोर्ड प्ले में भी ये देखा जा सकता है , ये खेल बुद्धि की लड़ाई है और की भी दो गेम एक जैसे नहीं है |सिसलर शतरंज क्लब के सह-अध्यक्ष सैमुअल दया ने कहा बोर्ड पर इस तरह की आगे-पीछे की बातचीत में वास्तव में आनंद लेना चाहता हूँ | ये ऐसा होता है जैसे आप एक दूसरे से शतरंज के टुकड़ों के जरिए बात कर रहे है | रटर ये चैंपियनशिप हर साल आयोजित करना चाहते है और अगले साल 100 खिलाड़ियों का इसमें भाग लेने का लक्ष्य रखते है |
